अगल-बगल बैठे ट्रंप और मस्क, क्या फिर हो गई फ्रेंडशिप? कैसे हुई ये मुलाकात

    एरिजोना की गर्म दोपहरी में 21 सितंबर को एक ऐसा दृश्य सामने आया, जिसने अमेरिकी राजनीति और टेक जगत को चौंका दिया. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क—जो बीते कुछ महीनों से एक-दूसरे पर खुलकर हमलावर थे.

    Elon Musk and Donald Trump Patch Up at charlie kirk funerel
    Image Source: Social Media

    एरिजोना की गर्म दोपहरी में 21 सितंबर को एक ऐसा दृश्य सामने आया, जिसने अमेरिकी राजनीति और टेक जगत को चौंका दिया. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क—जो बीते कुछ महीनों से एक-दूसरे पर खुलकर हमलावर थे. एक ही मंच पर नजर आए. ये मुलाकात एक विशेष अवसर पर हुई, जहां दोनों को एक साझा शख्सियत ने करीब ला दिया.


    चार्ली किर्क, जिनकी हाल ही में एक विश्वविद्यालय रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, ट्रंप के करीबी माने जाते थे. उनकी याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हजारों समर्थक मौजूद थे, लेकिन सभी की नजरें उस क्षण पर टिक गईं, जब एलन मस्क सीधे ट्रंप के पास जाकर उनके बगल में बैठ गए. दोनों ने हाथ मिलाया और एक-दूसरे से कुछ बातें भी कीं. यह दृश्य उस तनावपूर्ण इतिहास के ठीक उलट था, जिसने दोनों को बीते कुछ समय में दूर कर दिया था.

    मस्क का X पर भावुक संदेश

    एलन मस्क ने इस मुलाकात की एक तस्वीर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की और लिखा, "For Charlie." यह एक छोटा लेकिन भावनात्मक संदेश था, जिसने इस मुलाकात के पीछे की संवेदनशीलता को उजागर किया.

    टूट गई थी दोस्ती, लगे थे गंभीर आरोप

    ट्रंप और मस्क के रिश्ते में खटास जून 2025 से शुरू हुई, जब ट्रंप का 'Big and Beautiful Bill' कांग्रेस में पेश किया गया. मस्क ने इस बिल की जमकर आलोचना करते हुए कहा था कि इससे अमेरिका पर कर्ज बढ़ेगा और ईवी व सोलर सेक्टर को भारी नुकसान होगा. उन्होंने ट्रंप पर देश को आर्थिक संकट में डालने का आरोप लगाया था. इसके बाद मस्क ने ट्रंप को महाभियोग के लायक तक कह दिया था और उनके जेफरी एप्सटीन से जुड़े होने के आरोप भी लगाए थे. वहीं ट्रंप ने भी पलटवार करते हुए मस्क की कंपनियों पर सरकारी सब्सिडी के दुरुपयोग का आरोप लगाया था और जांच की चेतावनी दी थी.

    चार्ली किर्क की भविष्यवाणी हुई सच

    गौर करने वाली बात यह है कि इसी साल चार्ली किर्क ने एक इंटरव्यू में कहा था, "एक दिन ट्रंप और मस्क फिर साथ आएंगे, क्योंकि वे जब साथ होते हैं, तो अमेरिका मजबूत होता है." उनकी यही बात सच होती दिखी, जब उनकी श्रद्धांजलि सभा ने इन दोनों दिग्गजों को फिर से करीब ला दिया.

    क्या ये सुलह की शुरुआत है?

    भले ही यह मुलाकात एक औपचारिक सुलह का संकेत न हो, लेकिन यह ज़रूर दिखाती है कि व्यक्तिगत मतभेद भी राष्ट्र या संबंधों से बड़े नहीं होते. ट्रंप और मस्क का एक मंच पर आना और एक-दूसरे से बात करना, इस बात का इशारा है कि दरारें भरी जा सकती हैं—कम से कम सम्मानजनक मौकों पर तो ज़रूर.

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