Trump Putin Meeting: तीन साल से अधिक समय से रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग ने वैश्विक राजनीति का नक्शा पूरी तरह बदल दिया है. इसी तनावपूर्ण पृष्ठभूमि में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पहली आमने-सामने बैठक को लेकर दुनियाभर में कड़ी नजर बनी हुई है. लंबे समय तक टेलीफोन और वीडियो कॉल पर हुई बातचीत के बाद अलास्का यह शिखर सम्मेलन वास्तविक संवाद का पहला अवसर माना जा रहा है.
अलास्का के एंकोरेज में दोनों नेता एक-दूसरे से हाथ मिलाते हुए आए, जिससे साफ झलकता है कि इस मुलाकात में गर्मजोशी और सकारात्मक संवाद का माहौल है. जानकारी के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के अलास्का के सबसे बड़े शहर एंकरेज में यूक्रेन जंग पर मीटिंग शुरू हो गई है. यह मीटिंग बंद कमरे में हो रही है. ट्रम्प ने करीब आधे घंटे प्लेन में बैठकर पुतिन के अलास्का पहुंचने का इंतजार किया. अलास्का में पुतिन का रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत किया गया. पुतिन जैसे ही अपने विमान से उतरे वैसे ही ट्रंप ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेता एक ही वाहन में बैठकर एलमेंडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य बेस की ओर रवाना हुए, जहां यह ऐतिहासिक वार्ता होने वाली है.
मुलाकात में शामिल होंगे प्रमुख सदस्य
इस ऐतिहासिक वार्ता में अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री मार्को रुबियो, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट, सीआईए प्रमुख हॉवर्ड लुटनिक, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और ट्रंप के दोस्त व शांति वार्ता के दूत स्टीव विटकॉफ शामिल हैं. वहीं रूस की ओर से पुतिन के साथ विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, वित्त मंत्री एंटोन सिलुआनोव और आर्थिक सलाहकार किरिल दिमित्रिएव बैठक में मौजूद रहेंगे. दुनियाभर की निगाहें इस बहुप्रतीक्षित बैठक पर टिकी हैं, क्योंकि यह न केवल रूस-यूक्रेन संघर्ष को हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण हो सकती है, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी मील का पत्थर साबित हो सकती है.
एंकोरेज: एक अभेद्य किला
इस शिखर सम्मेलन के मद्देनजर एंकोरेज शहर पूरी तरह से सुरक्षा कवच में ढक दिया गया है. शहर के हर क्षेत्र में अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और रूसी सुरक्षा टीम की तैनाती की गई है. हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया गया है और 300 किलोमीटर के दायरे को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है. संघीय प्रशासन ने स्थानीय समय अनुसार शुक्रवार सुबह 9.30 बजे से अगले दिन सुबह 6.45 बजे तक सभी अस्थायी उड़ानों पर रोक लगा दी है. इसके अलावा, 88 किलोमीटर दूर आनादिर में रूसी फाइटर जेट्स तैनात किए गए हैं और साइबर सुरक्षा के लिए बेस की इंटरनेट कनेक्टिविटी भी बंद कर दी गई है.
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