Russia Ukraine war: साढ़े तीन वर्षों से जारी यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच शांति की संभावनाओं की एक नई खिड़की खुलती नज़र आई है. सोमवार की रात भारतीय समयानुसार करीब 11 बजे, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मुलाकात की. करीब 45 मिनट चली यह अहम बातचीत यूक्रेन में युद्धविराम की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है.
इस बैठक में जेलेंस्की ने स्पष्ट रूप से कहा कि यूक्रेन शांति चाहता है और इसके लिए उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सीधे बातचीत की आवश्यकता जताई. ट्रंप ने भी इस पहल को सकारात्मक रूप से लिया और कहा कि "पुतिन भी युद्ध नहीं चाहते", जिससे इस संकट के समाधान की उम्मीदें और मजबूत हो गई हैं.
उन्होंने संकेत दिया कि यदि परिस्थितियां अनुकूल रहीं, तो एक त्रिपक्षीय बैठक, जिसमें पुतिन, ट्रंप और जेलेंस्की शामिल होंगे, जल्द ही आयोजित हो सकती है. ट्रंप ने युद्ध की जिम्मेदारी अपने पूर्ववर्ती जो बाइडन की नीतियों पर डालते हुए उन्हें भ्रष्ट बताया.
यूरोपीय नेताओं की मौजूदगी और समर्थन
ट्रंप और जेलेंस्की की इस बैठक के दौरान, व्हाइट हाउस में एक अलग कक्ष में यूरोप के प्रमुख नेता भी मौजूद रहे. इनमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर, इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी, फिनलैंड के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर स्टब, यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वान डेर लिएन और नाटो महासचिव मार्क रुट शामिल थे.
इन नेताओं ने पूरी वार्ता पर नजर रखी और बाद में ट्रंप से मुलाकात कर यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के प्रस्ताव पर चर्चा की. ट्रंप ने भी यूरोपीय प्रस्तावों के अनुरूप यूक्रेन को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया.
जेलेंस्की ने जताया भरोसा
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में जेलेंस्की ने कहा, "मेरी और राष्ट्रपति ट्रंप की वार्ता बेहद सकारात्मक रही. अब हमें रूस को रोकने के लिए अमेरिका और यूरोप के सहयोग की और भी ज्यादा जरूरत है." उन्होंने उम्मीद जताई कि त्रिपक्षीय वार्ता के बाद रूस एक बड़ा कदम उठाते हुए 1,000 से अधिक यूक्रेनी कैदियों को रिहा कर सकता है.
इस मुलाकात का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि पहली बार दोनों नेताओं के बीच गंभीर लेकिन शांत और सकारात्मक संवाद हुआ. बीते 28 फरवरी की तनावपूर्ण मुलाकात के उलट, इस बार माहौल सहज और सौहार्दपूर्ण रहा, मुस्कानें भी दिखीं और विश्वास भी.
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