म्यांमार में जारी गृहयुद्ध ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय ध्यान खींचा है — इस बार वजह बनी है एक चीनी निर्मित फाइटर जेट जिसे देश के विद्रोही बलों ने मार गिराने का दावा किया है. इस घटना ने न सिर्फ म्यांमार की सेना को झटका दिया है, बल्कि चीन की रक्षा तकनीक की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
हवाई मिशन पर था विमान, विद्रोहियों ने गिराने का किया दावा
घटना मंगलवार की है, जब एक FTC-2000G ग्राउंड अटैक फाइटर जेट देश के सागाइंग क्षेत्र में हवाई मिशन पर था. मांडले से करीब 140 किलोमीटर दूर पेल टाउनशिप में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सरकारी मीडिया MRTV ने दुर्घटना की पुष्टि की है, लेकिन इसे तकनीकी खामी बताया गया है.
इसके उलट, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) — जो म्यांमार का एक जातीय विद्रोही संगठन है — ने दावा किया कि विमान को उनके लड़ाकों ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला करते समय गिराया. PLA ने इसके सबूत के तौर पर जलते हुए मलबे की तस्वीरें और वीडियो भी साझा किए हैं.
चीन को भी झेलनी पड़ी शर्मिंदगी
जिस विमान को मार गिराया गया, वह चीन में निर्मित FTC-2000G है, जिसे 2022 में म्यांमार की वायु सेना में शामिल किया गया था. खास बात यह है कि कुछ ही दिन पहले चीनी सरकारी मीडिया ने इस विमान की जमकर तारीफ की थी — इसे "लागत प्रभावी, मजबूत और वैश्विक निर्यात के लिए तैयार" बताया गया था, लेकिन अब एक छोटे विद्रोही समूह द्वारा इस विमान को गिराए जाने से इसकी प्रतिष्ठा को गहरी चोट पहुंची है, और चीनी हथियारों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठने लगे हैं.
यह पहली बार नहीं…
म्यांमार के गृहयुद्ध में यह पहला मौका नहीं है जब चीनी हथियारों की कमजोरी सामने आई हो. 2023 में भी काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी ने एक और FTC-2000G को शान राज्य में मार गिराया था — और उस वक्त भी उन्होंने चीन में बनी FN-6 मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया था. ये घटनाएं न सिर्फ म्यांमार की सेना के लिए चिंता का कारण हैं, बल्कि चीन के लिए भी एक रणनीतिक और प्रचारात्मक असफलता के रूप में देखी जा रही हैं.
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