चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जो पिछले 13 सालों से देश की सत्ता पर काबिज हैं, अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं. उन्होंने हाल ही में सत्ता के हाथ बदलने के संकेत दिए हैं. यह कदम उनके द्वारा सत्ता हस्तांतरण की तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है. 72 साल की उम्र में, शी जिनपिंग ने 2027 में अपने तीसरे कार्यकाल के बाद राष्ट्रपति पद छोड़ने की संभावना पर विचार किया है.
सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया
हाल ही में हुई बैठक में शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय निकायों को एक नई दिशा देने की बात की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी के निर्णय लेने वाली और समन्वयकारी संस्थाओं में नेतृत्व को और प्रभावी बनाना चाहिए. इसके साथ ही प्रमुख कार्यों की योजना बनाने और उन पर चर्चा करने के लिए ध्यान केंद्रित करने का प्रस्ताव रखा गया.
यह बैठक और इसकी दिशा शी जिनपिंग की सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया का संकेत देती है. विशेषज्ञों का मानना है कि 2027 में अपने तीसरे कार्यकाल के बाद वे राजनीति से रिटायर होने की योजना बना रहे हैं.
विकल्प और भविष्य की संभावनाएं
कुछ विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि शी जिनपिंग सीपीसी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद सबसे शक्तिशाली नेता के तौर पर बड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपनी कुछ शक्तियों को अन्य नेताओं को सौंप सकते हैं. यह कदम सत्ता के हस्तांतरण के बजाय उनके काम का बोझ कम करने का तरीका हो सकता है.
क्या इसे शी जिनपिंग के रिटायरमेंट से जोड़ना जल्दबाजी होगी?
विक्टर शिह, जो यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो में चीनी राजनीति और वित्त के विशेषज्ञ हैं, का मानना है कि शी जिनपिंग को अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए एक निगरानी तंत्र की आवश्यकता है. इसीलिए उन्होंने पार्टी के विभागों और अधिकारियों में काम का बंटवारा किया है. शिह के अनुसार, यह कदम रिटायरमेंट की तैयारी नहीं है, बल्कि शी जिनपिंग का तात्कालिक लक्ष्य केवल 2027 तक सत्ता संभालना हो सकता है, जब उनका तीसरा कार्यकाल पूरा होगा.
शी जिनपिंग का अब तक का शासन
2012 में जब शी जिनपिंग ने सीपीसी के महासचिव का पद संभाला, तब से उन्होंने सत्ता के सभी महत्वपूर्ण केंद्रों में अपनी पकड़ मजबूत की है. पार्टी हेड, राष्ट्रपति और केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के अध्यक्ष के रूप में वे चीन के सबसे शक्तिशाली नेता बन गए हैं. उन्हें पार्टी का मुख्य नेता घोषित किया गया, जो पहले केवल माओत्से तुंग को ही मिला था.
सत्ता के लिए बदले नियम
शी जिनपिंग ने चीनी राष्ट्रपति के लिए तय किए गए नियमों को भी बदल दिया. पहले राष्ट्रपति को केवल दो कार्यकालों तक ही पद पर बने रहने की अनुमति थी, लेकिन 2022 में उन्होंने तीसरे कार्यकाल के लिए भी खुद को चुनवा लिया. इससे पहले, चीनी राष्ट्रपति पांच साल के दो कार्यकालों के बाद रिटायर होते थे, लेकिन शी जिनपिंग के मामले में यह नियम बदल गया और उन्होंने तीसरे कार्यकाल के लिए चुनाव जीता.
क्या यह बदलाव स्थायी है?
शी जिनपिंग के नेतृत्व में चीन में बदलाव की प्रक्रिया जारी है. 2027 में उनका तीसरा कार्यकाल समाप्त होगा, और इसके बाद शायद हम चीन में सत्ता के हस्तांतरण की एक नई दिशा देखेंगे. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि चीन में यह बदलाव धीरे-धीरे और सुनियोजित तरीके से होगा, जिससे आने वाले दिनों में सत्ता हस्तांतरण का कोई संकट नहीं होगा.
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