ट्रंप के खिलाफ चीन ने उठाया अब ये कदम, टैरिफ के बाद अब और बिगड़ेगा मामला? भड़केगा अमेरिका

    अमेरिका और चीन के बीच चल रही टैरिफ वॉर यानी आयात-निर्यात पर भारी कर लगाने की लड़ाई अब आम लोगों को भी प्रभावित करने लगी है.

    China has now taken this step against Trump after tariff America
    ट्रंप- जिनपिंग | Photo: ANI

    अमेरिका और चीन के बीच चल रही टैरिफ वॉर यानी आयात-निर्यात पर भारी कर लगाने की लड़ाई अब आम लोगों को भी प्रभावित करने लगी है. इस वजह से दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. इसी को देखते हुए चीन ने अपने नागरिकों को अमेरिका यात्रा को लेकर दो महत्वपूर्ण चेतावनियाँ जारी की हैं.

    चीन का पर्यटकों को सावधानी बरतने का सुझाव

    साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका में सुरक्षा की स्थिति ठीक नहीं है और चीन-अमेरिका के आर्थिक संबंध भी लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. इसलिए अमेरिका जाने वाले चीनी नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले सभी जोखिमों पर ध्यान दें और सतर्कता बरतें.

    यह बयान तब आया है जब चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 50% तक अतिरिक्त टैक्स लगाने की बात कही. इसके जवाब में अमेरिका ने भी चीन से आने वाले सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर 125% कर दिया है. यह स्थिति दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों के लिए नुकसानदायक हो सकती है.

    ओहियो राज्य के कानून को लेकर शिक्षा मंत्रालय की चेतावनी

    चीन के शिक्षा मंत्रालय ने अमेरिका के ओहियो राज्य को लेकर एक और चेतावनी जारी की है. ओहियो में एक नया कानून प्रस्तावित है जिसमें चीन से जुड़े कुछ नकारात्मक मुद्दों को शामिल किया गया है. इस कानून के तहत चीन और अमेरिका के बीच शैक्षणिक संबंधों को सीमित किया जा सकता है.

    मंत्रालय ने चीन के छात्रों को सलाह दी है कि वे ओहियो जैसे राज्यों में पढ़ाई के लिए जाने से पहले वहां की सुरक्षा और राजनीतिक स्थिति को समझें और सावधानी से फैसला लें. ओहियो का यह नया कानून खासतौर पर वहां के सरकारी विश्वविद्यालयों में विविधता और समानता से जुड़े नियमों और चीन के प्रभाव को लेकर बनाया जा रहा है. बिल पास होने के बाद यदि राज्यपाल माइक डेवाइन इसे मंजूरी देते हैं, तो यह कानून बन जाएगा.

    अमेरिका में चीनी छात्रों की संख्या घट रही है

    यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब अमेरिका में चीनी छात्रों के लिए माहौल सख्त हो रहा है. पिछले साल भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए अमेरिका में सबसे ज़्यादा विदेशी छात्र भेजे. 2023-24 में अमेरिका में 3,31,602 भारतीय छात्र पढ़ रहे थे, जबकि चीनी छात्रों की संख्या 2,77,398 रही. साल 2009-10 से चीन सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय छात्र भेजने वाला देश था, लेकिन 2019-20 से उनकी संख्या में लगातार गिरावट आ रही है.

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