श्रीनगर: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मंगलवार को अपनी ताकत और रणनीतिक क्षमता का ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने हर भारतीय को गर्व से भर दिया. इस मौके पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में इस्तेमाल की गई घातक हथियार प्रणाली—एंटी-मटेरियल राइफल 'विध्वंसक' और ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर सिस्टम (AGLS)—का लाइव डेमो दिखाया गया.
'विध्वंसक': दुश्मन के बंकरों का काल
BSF द्वारा प्रदर्शित की गई 'विध्वंसक' राइफल का नाम ही अपने आप में उसकी ताकत बयां करता है. इस एंटी-मटेरियल राइफल की रेंज 1300 से 1800 मीटर तक है और यह दुश्मन के बंकरों, चौकियों और टावरों को पल में ध्वस्त कर सकती है.
#WATCH | Jammu | Border Security Force displays Anti-Material Rifle 'Vidhwansak' used in Operation Sindoor to target Pakistani posts across the border pic.twitter.com/R4FbOSyCAN
— ANI (@ANI) May 27, 2025
इसका इस्तेमाल हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की सीमा में स्थित आतंकी ठिकानों और सैन्य संरचनाओं को तबाह करने में हुआ था.
AGLS: दुश्मन के दिल में तबाही
ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर सिस्टम की मारक क्षमता 1700 से 2100 मीटर है. इसमें ग्रेनेड फटने पर लगभग 10 मीटर क्षेत्र में भारी विनाश होता है. इस घातक हथियार ने न सिर्फ पाकिस्तानी बंकरों और चौकियों को मिट्टी में मिला दिया, बल्कि बुलेटप्रूफ वाहनों को भी बेअसर कर दिया.
महिला कमांडो की शौर्य गाथा
BSF के IG शशांक आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महिला जवानों ने भी अग्रिम मोर्चों पर वीरता के साथ मुकाबला किया. सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी, कॉन्स्टेबल मंजीत कौर, मलकीत कौर, ज्योति, सम्पा और स्वप्ना ने सबसे आगे रहकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया.
नेहा भंडारी ने कहा, "सीमा पर हमारी जिम्मेदारी घुसपैठ रोकने, चौकियों की रक्षा करने और दुश्मन को स्पष्ट संदेश देने की थी कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा."
मीडियम मशीन गन: सेकेंडों में सैकड़ों गोलियां
प्रदर्शन के दौरान BSF जवानों ने मीडियम मशीन गन (MMG) का भी लाइव प्रदर्शन किया, जो प्रति मिनट 600 से 1000 राउंड फायर कर सकती है. जवानों ने बताया कि इससे पाकिस्तान के ड्रोन, चौकियां और हथियार डिपो तक ध्वस्त किए गए.
'लूनी' पर करारा हमला: लश्कर के अड्डे तबाह
सुंदरबनी सेक्टर के DIG वीरेंद्र दत्ता ने बताया कि 9 और 10 मई की रात, BSF ने पाकिस्तान में लूनी क्षेत्र में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा के लॉन्चपैड्स पर प्लानिंग के साथ टारगेटेड स्ट्राइक की.
वीरेंद्र दत्ता ने कहा, "हमें पुख्ता जानकारी मिली थी कि 18-20 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं. ऑपरेशन के जरिए हमने उन्हें सीमा पार से ही नेस्तनाबूद कर दिया. लूनी अब केवल खंडहरों का नाम है."
BSF पोस्ट को मिला शहीदों का सम्मान
BSF ने सांबा सेक्टर की अग्रिम चौकी का नाम ‘सिंदूर’ रखा है—उस ऑपरेशन के सम्मान में, जिसने आतंकवाद को करारा जवाब दिया. इसके अलावा दो अन्य चौकियों को उन शहीदों के नाम पर समर्पित किया गया है, जिन्होंने पाकिस्तानी गोलीबारी में सर्वोच्च बलिदान दिया.
नया संदेश: जवाब वहीं, जहां चोट दी जाए
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक नए भारत की रणनीतिक सोच का प्रतीक है—जहां शब्दों के बजाय अब जवाब हथियारों से दिया जाता है.
BSF का ये प्रदर्शन न केवल सीमा पर बढ़ते आत्मविश्वास का संकेत है, बल्कि दुश्मनों को यह संदेश भी देता है कि भारत की सुरक्षा अब अकर्मण्यता नहीं, सक्रियता से तय होगी.
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