बीती 3 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आईपीएल 2025 का खिताब जीतकर बेंगलुरु की सड़कों पर उत्सव का माहौल बना दिया था. बेंगलुरु लौटने के बाद, खिलाड़ियों और फैंस ने मिलकर जीत का जश्न मनाया, लेकिन खुशी के इस मौके ने दुख का रूप ले लिया, जब भारी भीड़ के कारण एक भगदड़ मच गई, जिससे 11 लोगों की जान चली गई. अब इस हादसे को लेकर कर्नाटक सरकार ने अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें RCB फ्रेंचाइजी और क्रिकेट स्टार विराट कोहली को भी दोषी ठहराया गया है. लेकिन सवाल यह है कि विराट कोहली का उस वीडियो में ऐसा क्या था, जो इस हादसे से जोड़ा गया?
कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट: RCB पर जिम्मेदारी
कर्नाटक सरकार ने इस मामले में जांच के बाद अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट में सौंपी, जिसे अब सार्वजनिक कर दिया गया है. इस रिपोर्ट में RCB की विक्ट्री परेड को लेकर कई अहम बातें सामने आई हैं. रिपोर्ट के अनुसार, RCB ने सोशल मीडिया पर परेड की घोषणा की थी, जबकि बेंगलुरु पुलिस ने इसके लिए इजाजत नहीं दी थी. इसके अलावा, रिपोर्ट में विराट कोहली के एक वीडियो का भी जिक्र किया गया है, जिसे RCB ने पोस्ट किया था. इस वीडियो को लेकर विवाद की शुरुआत हुई, क्योंकि इसे इस हादसे से जोड़कर देखा जा रहा है.
विराट कोहली का वीडियो: क्या था इसमें
रिपोर्ट के मुताबिक, 4 जून की सुबह 8:54 बजे, RCB ने एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें विराट कोहली अपने फैंस के साथ जश्न मनाने की बात कर रहे थे. हालांकि, यह वीडियो असल में 3 जून की रात को ड्रेसिंग रूम में शूट किया गया था, न कि 4 जून की सुबह. इस वीडियो में कोहली कह रहे थे, “मैं इसकी असलियत तब महसूस कर पाऊंगा, जब हम कल बेंगलुरु पहुंचेंगे और शहर के साथ और फैंस के साथ जश्न मनाएंगे, जो हमेशा हमारे अच्छे-बुरे में साथ खड़े रहे.”
इस वीडियो से यह साफ था कि विराट कोहली और बाकी खिलाड़ी अगले दिन विक्ट्री परेड की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन क्या उन्हें यह जानकारी थी कि पुलिस ने इस परेड के लिए इजाजत नहीं दी थी? क्या यह वीडियो फैंस को स्टेडियम में आने के लिए प्रेरित कर रहा था? इन सवालों ने अब विवाद का रूप ले लिया है.
विराट कोहली और RCB की जिम्मेदारी
अब यह सवाल उठता है कि क्या विराट कोहली और RCB को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है? क्या उनका सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करना इस घटना को बढ़ावा देने का कारण बना? रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वीडियो में कोहली का संदेश फैंस को उत्साहित करने वाला था, और इससे यह उम्मीद की जा रही थी कि परेड में भारी भीड़ उमड़ेगी. जबकि पुलिस ने इसके लिए अनुमति नहीं दी थी, ऐसे में क्या फ्रेंचाइजी को इस तरह की अनियोजित भीड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.
फैंस का उत्साह और पुलिस की इजाजत की कमी
इंस्टाग्राम या एक्स (पूर्व ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर खिलाड़ियों का हर संदेश तुरंत फैंस तक पहुंचता है, और जब विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ी अपनी जीत का जश्न मनाने का एलान करते हैं, तो यह स्वाभाविक रूप से लोगों को आकर्षित करता है. हालांकि, जब तक इस तरह के आयोजनों के लिए प्रशासन से उचित अनुमति न ली जाए, ऐसी भारी भीड़ को नियंत्रित करना बेहद मुश्किल हो सकता है. पुलिस ने जब परेड के लिए इजाजत नहीं दी, तो क्या RCB को इस पर ध्यान देना चाहिए था?
क्या विराट कोहली पर भी मामला दर्ज हो सकता है
रिपोर्ट के बाद एक और सवाल उठ रहा है कि क्या विराट कोहली पर इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई हो सकती है? रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो के कारण फैंस को रैली में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया, और जब इसे अनुमति नहीं मिली, तो क्या फ्रेंचाइजी और खिलाड़ी की जिम्मेदारी बनती है? हालांकि, इस समय विराट कोहली पर किसी प्रकार की कार्रवाई की संभावना स्पष्ट नहीं है, लेकिन यदि कोर्ट ने आगे इस पर ध्यान दिया, तो कुछ कानूनी परिणाम हो सकते हैं.
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