जंग ना आपदा का शिकार हुआ बांग्लादेश; फिर कैसे 2 हजार लोग घायल और 249 की हुई मौत?

बांग्लादेश में हाल ही में हुए सड़क और ट्रेन हादसों में पिछले 10 दिनों में 249 लोगों की मौत हो गई है. यह घटनाएं ईद जैसे बड़े त्योहार के दौरान हुई हैं, जबकि न तो कोई युद्ध चल रहा है और न ही कोई प्राकृतिक आपदा आई है. बांग्लादेश सरकार ने इन मौतों को असाधारण बताते हुए आगे इसे रोकने के उपायों पर काम करने की बात कही है.

जंग ना आपदा का शिकार हुआ बांग्लादेश; फिर कैसे 2 हजार लोग घायल और 249 की हुई मौत?
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बांग्लादेश में हाल ही में हुए सड़क और ट्रेन हादसों में पिछले 10 दिनों में 249 लोगों की मौत हो गई है. यह घटनाएं ईद जैसे बड़े त्योहार के दौरान हुई हैं, जबकि न तो कोई युद्ध चल रहा है और न ही कोई प्राकृतिक आपदा आई है. बांग्लादेश सरकार ने इन मौतों को असाधारण बताते हुए आगे इसे रोकने के उपायों पर काम करने की बात कही है.

ईद पर घर जाने के दौरान हादसे

बांग्लादेश में ईद की छुट्टियों के दौरान लोग अपने घर लौटने के लिए यात्रा कर रहे थे, और इसी दौरान 249 लोगों की मौत हो गई. यह लोग सड़क और ट्रेन दुर्घटनाओं में मारे गए. बांग्लादेश में हर दिन ईद के दौरान लगभग 23 लोग सड़क हादसों का शिकार हुए. अगर हम ट्रेन और सड़क दोनों हादसों को जोड़ें, तो यह संख्या 255 तक पहुंच जाती है.

कितनी घटनाएं हुईं और कितने लोग प्रभावित हुए?

सड़क सुरक्षा फाउंडेशन के मुताबिक, 26 मार्च से 5 अप्रैल तक बांग्लादेश में 257 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. इन घटनाओं में 249 लोग मारे गए और 2000 से ज्यादा लोग घायल हुए. इनमें मोटरसाइकिल और कार दुर्घटनाएं प्रमुख थीं. 2024 के ईद के दौरान मरने वालों की संख्या 300 के आसपास थी. पिछले साल 15 दिन की छुट्टियों के दौरान भी ऐसी घटनाएं हुई थीं.

ट्रेन हादसों में भी मौतें

यात्रा के दौरान ट्रेन के छत पर से गिरने के कारण भी कई लोग मारे गए. 1 अप्रैल को ढाका से जा रही एक ट्रेन के छत से 2 युवक गिर गए, जिनकी बाद में मौत हो गई. ईद से एक दिन पहले भी ट्रेन से यात्रा कर रहे कई लोग छत से गिर गए. इन सभी घटनाओं के पीछे प्रशासनिक लापरवाही की वजह से ये हादसे हुए.

सरकार की स्थिति और सुधार की दिशा

बांग्लादेश सरकार का कहना है कि धीरे-धीरे इन घटनाओं में कमी आ रही है. सरकार ने इस बारे में सुधार की दिशा में काम करने का वादा किया है. बांग्लादेश के कई जिलों, जैसे मौलवीबाजार, किशोरगंज, ब्राह्मणबरिया, चटगांव, नरसिंगडी, तंगेल, फरीदपुर और चांदपुर में सबसे ज्यादा सड़क हादसों की घटनाएं देखी गई हैं. इन जिलों को विशेष रूप से नजर में रखा जा रहा है, ताकि आगे से ऐसी घटनाओं को रोका जा सके. बांग्लादेश में ईद के दौरान यात्रा करते समय सड़क और ट्रेन हादसों में कई लोगों की मौत हुई है, और सरकार अब इस समस्या को हल करने के उपायों पर काम कर रही है.