Apple India Sales Record: भारत में जब भी एपल की नई आईफोन सीरीज लॉन्च होती है, तो स्टोर्स के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलती हैं. यह नजारा सिर्फ एक प्रोडक्ट लॉन्च तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारतीय ग्राहकों के बीच एपल के प्रति दीवानगी को दर्शाता है. चाहे वह आईफोन हो या मैकबुक, एपल के प्रोडक्ट्स स्टेटस सिंबल बन चुके हैं. कंपनी की रिकॉर्डतोड़ बिक्री इस बात का सबूत है कि भारत में एपल की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने लगभग 9 बिलियन डॉलर (करीब 79,500 करोड़ रुपये) की कमाई की, जो इसकी मजबूत बाजार स्थिति को दर्शाता है. आइए, इस क्रेज और कंपनी की रणनीतियों को करीब से समझें.
एपल की सेल्स में उछाल: आंकड़ों की कहानी
पिछले 12 महीनों में एपल का रेवेन्यू 13 फीसदी बढ़ा है, जो कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस वृद्धि में आईफोन की बिक्री का सबसे बड़ा योगदान है. इसके अलावा, मैकबुक जैसे अन्य प्रोडक्ट्स की मांग में भी इजाफा हुआ है. हालांकि, चीन में कंपनी को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जहां Xiaomi जैसे स्थानीय ब्रांड्स ने एपल का मार्केट शेयर कम किया है. जून तिमाही में चीन में कंपनी का रेवेन्यू 4.4 फीसदी बढ़ा, लेकिन यह दो साल में पहली बार हुआ. भारत में, काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, आईफोन का स्मार्टफोन बाजार में 7 फीसदी हिस्सा है, जो कंपनी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है.
भारत में एपल की रणनीति: स्टोर्स और ऑफर्स का दांव
भारत में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए एपल तेजी से रिटेल स्टोर्स खोल रहा है. दिल्ली और मुंबई के बाद, बेंगलुरु और पुणे में भी कंपनी के स्टोर्स शुरू हो चुके हैं. अब नोएडा में एक नया स्टोर खोलने की तैयारी है, और अगले साल मुंबई में एक और स्टोर खुलने की उम्मीद है. कंपनी की यह रणनीति ग्राहकों तक सीधे पहुंचने और ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने की है. इसके अलावा, एपल स्टूडेंट्स डिस्काउंट, पुराने डिवाइस के लिए आकर्षक एक्सचेंज ऑफर्स और बैंकों के साथ टाइ-अप के जरिए ग्राहकों को लुभा रहा है. ये कदम न केवल सेल्स को बढ़ा रहे हैं, बल्कि ब्रांड के प्रति वफादारी भी बढ़ा रहे हैं.
आईफोन: स्टेटस सिंबल या जरूरत?
भारत में आईफोन को स्टेटस सिंबल के रूप में देखा जाता है. युवाओं से लेकर प्रोफेशनल्स तक, हर कोई एपल के प्रोडक्ट्स का दीवाना है. काउंटरपॉइंट रिसर्च के तरुण पाठक के मुताबिक, भारतीय स्मार्टफोन बाजार में एपल की हिस्सेदारी भले ही 7 फीसदी हो, लेकिन प्रीमियम सेगमेंट में इसका दबदबा है. कंपनी के सीईओ टिम कुक ने बार-बार कहा है कि भारत एपल के लिए सबसे तेजी से बढ़ता बाजार है. इस क्रेज का फायदा उठाने के लिए कंपनी लगातार नए-नए कदम उठा रही है.
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