अमेरिका-ईरान में छिड़ेगी जंग? ट्रंप के 'तेवर' को खामेनेई ने फिर भड़काया, लॉन्च कर दी कासिम बसीर मिसाइल

    अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी खींचतान के बीच ईरान ने अपने नए बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम 'कासिम बसीर' का सफल परीक्षण किया है.

    America Iran Khamenei provoked Trump Qasim Basir missile
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी खींचतान के बीच ईरान ने अपने नए बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम 'कासिम बसीर' का सफल परीक्षण किया है. यह मिसाइल ठोस ईंधन से संचालित होती है और बिना GPS के भी सटीक निशाना साधने में सक्षम है. इसकी मारक क्षमता 1,200 किलोमीटर तक है, जिससे यह क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को प्रभावित करने वाला हथियार माना जा रहा है.

    ईरान के रक्षा मंत्री जनरल अजीज नासिरजादेह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह मिसाइल आधुनिक गति और दिशा-निर्देशन तकनीक से लैस है, जो इसे एंटी-बैलिस्टिक डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम बनाती है.

    अमेरिका-ईरान बयानबाज़ी तेज़, इज़राइल भी सतर्क

    यह परीक्षण ऐसे समय पर सामने आया है जब यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा इज़राइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट पर मिसाइल हमले के बाद क्षेत्र में तनाव चरम पर है. इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हूतियों और उनके "ईरानी समर्थकों" के खिलाफ कड़ी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

    इस घटनाक्रम के बाद अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर चेतावनी दी कि ईरान को यमन में हूतियों को समर्थन देना बंद करना होगा. जवाब में, जनरल नासिरजादेह ने तीखे शब्दों में कहा कि यदि अमेरिका या इज़राइल कोई युद्ध शुरू करते हैं, तो ईरान उनके "हितों, ठिकानों और बलों पर हमला करेगा—जब और जहां जरूरी हो."

    "हम भाईचारा चाहते हैं, लेकिन आत्मरक्षा में संकोच नहीं करेंगे"

    नासिरजादेह ने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान की पड़ोसी देशों के साथ कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन अगर हमला हुआ, तो क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकाने वैध लक्ष्य होंगे. यमन के हूतियों के मिसाइल हमले पर उन्होंने कहा कि यमन एक स्वतंत्र राष्ट्र है, और ईरान को वहां के संघर्षों से जोड़ना "राजनीतिक प्रोपेगैंडा" है.

    बातचीत स्थगित, कूटनीतिक समाधान अधर में

    एक ओर जहां सैन्य तनाव बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर ईरान और अमेरिका के बीच 3 मई को रोम में होने वाली अप्रत्यक्ष बातचीत को स्थगित कर दिया गया है. ईरानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह फैसला ओमान के विदेश मंत्री के अनुरोध पर लिया गया, जो इस वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं. बातचीत की अगली तिथि फिलहाल घोषित नहीं हुई है.

    ट्रंप की धमकी और ईरानी प्रतिक्रिया

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि कोई परमाणु समझौता नहीं हुआ, तो अमेरिका "ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है". जवाब में ईरानी अधिकारी लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि यदि दबाव बना तो ईरान अपने यूरेनियम भंडार को हथियार-स्तर तक समृद्ध करने की दिशा में कदम बढ़ा सकता है.

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