अमेरिका ने इजरायल को दिया THAAD एयर डिफेंस सिस्टम, मिसाइल हमलों को करेगा नाकाम, जानें इसकी ताकत

    क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों के तहत अमेरिका ने इजरायल को उन्नत THAAD (टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस) मिसाइल डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति की है. यह इजरायल में तैनात की जाने वाली दूसरी THAAD बैटरी है.

    America gave Israel the THAAD air defense system it will thwart missile attacks know its power
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    यरुशलम: क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों के तहत अमेरिका ने इजरायल को उन्नत THAAD (टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस) मिसाइल डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति की है. यह इजरायल में तैनात की जाने वाली दूसरी THAAD बैटरी है. इजरायली और अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 6 अप्रैल को अमेरिकी वायुसेना का गैलेक्सी कार्गो विमान इस एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर इजरायली वायुसेना बेस पर पहुंचा.

    अमेरिका और इजरायल के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग को दर्शाने वाले इस घटनाक्रम को क्षेत्रीय सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

    THAAD एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमताएं

    THAAD प्रणाली छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को उनके अंतिम उड़ान चरण में नष्ट करने में सक्षम है. यह प्रणाली पारंपरिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से अलग है, क्योंकि इसमें "हिट-टू-किल" तकनीक का उपयोग किया जाता है.

    अधिकतम प्रभावी रेंज: 150-200 किलोमीटर

    गति: मैक 8 (करीब 10,000 किमी प्रति घंटा)

    तकनीक: उन्नत X-बैंड रडार जो शुरुआती चरण में ही खतरों की पहचान करने में सक्षम है.

    विशेषता: यह पारंपरिक वारहेड का उपयोग नहीं करता, बल्कि टक्कर की ऊर्जात्मक शक्ति से लक्ष्य को नष्ट करता है.

    इजरायली रक्षा प्रणाली में THAAD की भूमिका

    इजरायल पहले से ही अपने "ऐरो" (Arrow) मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस है, जो संभावित खतरों से निपटने में सक्षम है. हालांकि, THAAD की तैनाती से इजरायल की बहुस्तरीय सुरक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूती मिलेगी.

    इजरायल और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग लंबे समय से जारी है और यह नई तैनाती इसी रणनीतिक साझेदारी का हिस्सा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रणाली इजरायल की सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेगी और क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान देगी.

    ये भी पढ़ें- भारत और दक्षिण कोरिया मिलकर बनाएंगे नेक्स्ट जेनरेशन तोप 'K9 Vajra-T', जानें इसकी ताकत और खासियत