ये जश्न का समय... चीनी विदेश मंत्री के सामने बोले अजीत डोभाल, जानें इस बयान के मायने

    Wang Yi and Ajit Doval Meeting: बीते कुछ वर्षों में तनाव और अविश्वास की लकीरों से खिंचे भारत-चीन संबंधों में अब गर्मजोशी और संवाद की नई उम्मीदें नजर आने लगी हैं. इसका ताज़ा उदाहरण देखने को मिला जब मंगलवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से मुलाकात की.

    Ajit Doval spoke in front of the Chinese Foreign Minister know the meaning of this statement
    Image Source: ANI/ File

    Wang Yi and Ajit Doval Meeting: बीते कुछ वर्षों में तनाव और अविश्वास की लकीरों से खिंचे भारत-चीन संबंधों में अब गर्मजोशी और संवाद की नई उम्मीदें नजर आने लगी हैं. इसका ताज़ा उदाहरण देखने को मिला जब मंगलवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर 24वें दौर की विशेष प्रतिनिधि (SR) स्तर की वार्ता का आयोजन हुआ, जो एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक पहल मानी जा रही है.

    वार्ता की शुरुआत करते हुए एनएसए अजीत डोभाल ने भरोसा जताया कि ये बातचीत, पिछली (23वीं) बैठक की तरह सफल साबित होगी. उन्होंने यह भी कहा कि भारत-चीन अपने कूटनीतिक संबंधों के 75 साल पूरे कर रहे हैं, जो जश्न का अवसर है. डोभाल ने बातचीत को दो देशों के भविष्य की दिशा में एक अहम कदम बताते हुए कहा, "सीमा पर शांति और स्थिरता लौटना भारत और चीन दोनों के लिए सकारात्मक संकेत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए चीन यात्रा करेंगे, ऐसे में यह बातचीत बेहद अहम हो जाती है.”

    वांग यी का गर्मजोशी भरा रुख

    दिल्ली पहुंचने पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने विशेष प्रतिनिधि स्तर की बातचीत में शामिल होकर संतोष जताया. उन्होंने भारत-चीन के संबंधों में आई हालिया प्रगति को रेखांकित करते हुए कहा कि, “पिछले साल अक्टूबर में कज़ान में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात ने द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा दी है. अब सीमा पर स्थिरता लौटी है और मतभेदों को बातचीत से सुलझाने की नई लय बनी है.”

    वांग यी ने यह भी कहा कि सीमा विवाद को लेकर पिछले साल हुई 23वीं दौर की वार्ता काफी सफल रही थी, जिससे कई अहम सहमतियां बनीं थीं और कार्य रूपरेखा तय की गई थी.

    रिश्तों में दिखा ‘अपवर्ड ट्रेंड’

    अजीत डोभाल ने दो देशों के बीच संबंधों में सुधार को लेकर कहा कि सीमा पर हालात स्थिर हैं, और एक सकारात्मक माहौल बना है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाएं और मजबूत हुई हैं. उन्होंने वांग यी की व्यक्तिगत कोशिशों की सराहना करते हुए दोनों देशों की कूटनीतिक टीमों और सैन्य नेतृत्व के तालमेल को सराहा. वहीं वांग यी ने कहा कि, “यह सही वक्त है जब भारत और चीन अपने संबंधों को एक नई दिशा में ले जा सकते हैं. पीएम मोदी की चीन यात्रा और एससीओ शिखर सम्मेलन इस साझेदारी को और मजबूती देंगे.”

    यह भी पढ़ें- चीन के कर्ज तले दब जाएगा बांग्लादेश! पाकिस्तान जैसे फंसाने वाली चल रहा गंदी चाल