वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि गाजा में इजराइल और हमास के बीच चल रहा संघर्ष जल्द ही समाप्त हो सकता है. शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले सप्ताह के भीतर एक संभावित युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा हो सकती है.
ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने इस दिशा में प्रयास कर रहे कुछ मध्यस्थों से बात की है, हालांकि उन्होंने किसी का नाम सार्वजनिक नहीं किया.
भारत-पाक संघर्ष पर दोबारा दावेदारी
ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में भूमिका निभाने का दावा किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में भारत-पाक सीमा पर जब तनाव बढ़ा, तो उन्होंने दोनों पक्षों पर दबाव डालकर युद्ध को टालने में मदद की थी.
ट्रंप के अनुसार, अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि अगर संघर्ष नहीं थमा, तो भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ व्यापारिक संबंधों को प्रभावित किया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि इसके बाद दोनों देशों ने सीजफायर की दिशा में कदम उठाए.
हालांकि भारत सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि संघर्ष विराम पर सहमति भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच बातचीत से हुई थी, और भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को मान्यता नहीं देता. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी पुष्टि की थी कि प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से फोन पर बातचीत के दौरान यही रुख दोहराया था.
गाजा संकट: 21 महीने से जारी संघर्ष
गाजा पट्टी में इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से चल रहा सैन्य संघर्ष अब तक हजारों जानें ले चुका है. इस संघर्ष की शुरुआत उस दिन हुई जब हमास ने इजराइल पर एक बड़ा हमला किया, जिसमें इजराइली आंकड़ों के अनुसार, 1,200 लोग मारे गए और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया.
इसके जवाब में इजराइल ने व्यापक सैन्य कार्रवाई की, जिसके चलते गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 56,000 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं.
सीजफायर की संभावनाएं और चुनौतियां
जहां ट्रंप एक संभावित युद्धविराम की बात कर रहे हैं, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही संकेत देती है. इजराइल का रुख स्पष्ट है कि जब तक हमास हथियार नहीं डालता, तब तक युद्ध नहीं रुकेगा. दूसरी ओर, हमास ने किसी भी समझौते के तहत पूर्ण हथियारबंदी को अस्वीकार किया है, लेकिन बंधकों की रिहाई के बदले संघर्षविराम के लिए तैयार होने की इच्छा ज़ाहिर की है.
क्षेत्रीय स्थिरता की आवश्यकता
ट्रंप ने इस क्षेत्र में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए 10 जून को इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी. उन्होंने कहा कि गाजा में स्थायी युद्धविराम न केवल मानवीय दृष्टिकोण से आवश्यक है, बल्कि इससे ईरान और सऊदी अरब के साथ अमेरिका की रणनीतिक बातचीत को भी मजबूती मिलेगी.
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