ढाका: मोरक्को में बांग्लादेश के राजदूत हारुन अल रशीद ने देश की मौजूदा स्थिति को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट में आरोप लगाया कि बांग्लादेश अराजकता और आतंक के चंगुल में फंस चुका है. रशीद ने दावा किया कि मोहम्मद यूनुस नायक नहीं, बल्कि एक महाठग हैं, जो कट्टरपंथी ताकतों को बढ़ावा देकर देश की धर्मनिरपेक्ष पहचान को खत्म करने और शेख हसीना सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं.
मानवाधिकारों का हनन और मीडिया पर प्रतिबंध
रशीद का कहना है कि बांग्लादेश में मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस पर चुप है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस के शासन में मीडिया पर सेंसरशिप लागू कर दी गई है और अत्याचार की खबरें दबा दी जा रही हैं. कट्टरपंथियों को खुली छूट दी गई है, जो देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को नष्ट करने में जुटे हैं.
महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार
राजदूत रशीद ने दावा किया कि महिलाएं सबसे अधिक अत्याचार का शिकार हो रही हैं और अल्पसंख्यक समुदाय भय के साये में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिजब-उत-तहरीर, इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठन बांग्लादेश में इस्लामी शासन लागू करने की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि यूनुस इन संगठनों को गुप्त रूप से समर्थन दे रहे हैं और शेख हसीना की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.
बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्ष पहचान पर खतरा
रशीद ने कहा कि बांग्लादेश की स्थापना एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में हुई थी, लेकिन अब इस पहचान को मिटाने की साजिश चल रही है. उन्होंने बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान और उनकी बेटी शेख हसीना को इस्लामी कट्टरपंथियों का शिकार बताया. रशीद के अनुसार, यूनुस ने सत्ता संभालने के बाद अपनी असली पहचान उजागर कर दी है और अब वह देश को पीछे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.
पश्चिमी देशों से की कार्रवाई की मांग
रशीद ने पश्चिमी देशों से अपील की कि वे यूनुस के खिलाफ सख्त कदम उठाएं. उन्होंने कहा कि इतिहास यूनुस को नायक के रूप में नहीं, बल्कि एक ऐसे ठग के रूप में याद रखेगा, जिसने अपने ही देश और दुनिया को धोखा दिया.
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