जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. बीजापुर और कांकेर में हुए दो अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 22 नक्सली मारे गए हैं. इनमें से बीजापुर में 18 और कांकेर में 4 नक्सली ढेर हुए. इस ऑपरेशन में ऑटोमैटिक हथियार और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री बरामद की गई है. हालांकि, इस कार्रवाई में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान शहीद हो गया.
नक्सलियों के गढ़ में घुसी फोर्स, मुठभेड़ जारी
बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के प्रमुख ठिकानों पर घेराबंदी की है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों के बड़े कैडर को चारों तरफ से घेर लिया गया है और अभी भी दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है. बस्तर IG सुंदरराज पी ने ऑपरेशन की पुष्टि की है.
IED ब्लास्ट में दो जवान घायल, ऑपरेशन तेज
नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर के थुलथुली इलाके में एक IED ब्लास्ट में दो जवान घायल हो गए. हालांकि, दोनों की हालत खतरे से बाहर है. इस इलाके में भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है, ताकि किसी भी तरह की नई चुनौती से निपटा जा सके.
छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 71 नक्सली ढेर
राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों में 2024 की शुरुआत से अब तक 71 नक्सली मारे जा चुके हैं. पुलिस के अनुसार, इस साल अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 300 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया है, जबकि 290 से अधिक हथियार जब्त किए गए हैं.
बड़ी संख्या में नक्सलियों के छिपे होने की सूचना
सुरक्षा एजेंसियों को गंगालूर इलाके में नक्सलियों के बड़े समूह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी. इस इनपुट के आधार पर दंतेवाड़ा और बीजापुर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया. जवानों ने पहले ही एंड्री इलाके को घेर लिया था और गुरुवार सुबह से नक्सलियों के साथ भारी मुठभेड़ शुरू हो गई.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया
बीजापुर SP जितेंद्र यादव ने कहा कि ऑपरेशन अभी जारी है और जब तक पूरी कार्रवाई पूरी नहीं हो जाती, स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाएगी.
दंतेवाड़ा SP गौरव राय ने बताया कि हिरोली से जवानों को भेजा गया है और वे लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं.
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर भी हुआ था ऑपरेशन
लगभग एक महीने पहले छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर 1000 से ज्यादा जवानों ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया था, जिसमें 31 नक्सली मारे गए थे. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने सभी 31 शव बरामद किए थे. यह कार्रवाई बीजापुर के इंद्रावती नेशनल पार्क के जंगलों में हुई थी. हालांकि, इस दौरान DRG और STF के एक-एक जवान शहीद हो गए थे.
नक्सल विरोधी अभियानों में आई तेजी
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में इस साल जबरदस्त तेजी आई है. सरकार और सुरक्षा बलों की रणनीति तेजी से नक्सल गढ़ों को खत्म करने की ओर बढ़ रही है. बीते कुछ महीनों में नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने के लिए कई बड़े ऑपरेशन किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में भी ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे, ताकि क्षेत्र में शांति और विकास को मजबूती मिल सके.
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