पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके साथ हो रहे अत्याचारों को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में अहम जानकारी दी. उन्होंने इन देशों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का डेटा पेश किया और बताया कि भारत इन घटनाओं पर लगातार नजर रखता है.
2014 से अब तक हिंदुओं का विस्थापन
जयशंकर ने संसद में कहा कि भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के मुद्दे को गंभीरता से उठाता है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी इसे उठाता है. उन्होंने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ फरवरी में 10 गंभीर घटनाएं सामने आईं. इसके अलावा, 2014 से अब तक पाकिस्तान से 15,019 हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक भारत आकर बस चुके हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाती, और यह एक कट्टरपंथी मानसिकता का परिणाम है. जयशंकर ने कहा कि इंदिरा गांधी भी पाकिस्तान की मानसिकता को नहीं बदल पाई थीं.
बांग्लादेश में 2400 मामले अल्पसंख्यकों पर हमलों के
बांग्लादेश के बारे में भी जयशंकर ने चिंता जताई. उन्होंने बताया कि 2024 में बांग्लादेश में 2400 मामले अल्पसंख्यकों पर हमलों के थे और 2025 में अब तक 72 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमलों पर करीबी नजर बनाए रखता है और इस मुद्दे पर बांग्लादेश के समकक्ष अधिकारियों से अपनी चिंताएं साझा की हैं. जयशंकर ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के जाने के बाद से हिंदू अल्पसंख्यकों को खासतौर पर निशाना बनाया गया है.
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