नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी और गीतांजलि जेम्स के पूर्व मालिक मेहुल चोकसी को भारत लाने की प्रक्रिया तेज हो गई है. वह इस समय अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ बेल्जियम के एंटवर्प शहर में रह रहा है, जहां उसने "F रेजीडेंसी कार्ड" के जरिए निवास लिया हुआ है.
भारत सरकार ने बेल्जियम सरकार से औपचारिक प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है. 2018 में देश छोड़ने के बाद, चोकसी पहले एंटीगुआ-बारबुडा में रहा और अब बेल्जियम में छिपा हुआ है.
13,850 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी
मेहुल चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच में 13,850 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का आरोप है. घोटाले का खुलासा होते ही चोकसी 2018 में भारत से भाग निकला.
इससे पहले, उसने भारत न लौट पाने के लिए अपना पासपोर्ट निलंबित होने का बहाना बनाया था. भारत में उसकी कई संपत्तियां पहले ही जब्त की जा चुकी हैं.
पहले एंटीगुआ-बारबुडा में ले चुका था शरण
2017 में, घोटाले के खुलासे से पहले ही, चोकसी ने एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी. उसने बार-बार खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए भारत में पेश होने से इनकार किया. भारत में उसकी पेशी कभी-कभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही होती थी.
डोमिनिका में गिरफ्तारी और 51 दिन की जेल
मई 2021 में, चोकसी एंटीगुआ से गायब होकर पड़ोसी देश डोमिनिका पहुंचा, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया. भारत ने उसके प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रयास किए, लेकिन ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से मिली राहत के चलते उसे वापस एंटीगुआ भेज दिया गया.
हालांकि, इस दौरान उसे डोमिनिका की जेल में 51 दिन बिताने पड़े. अदालत में उसने दलील दी कि वह एंटीगुआ लौटकर वहां के डॉक्टरों से इलाज कराना चाहता है. इसके कुछ समय बाद, डोमिनिका की अदालत ने उसके खिलाफ दर्ज केस खारिज कर दिए.
बेल्जियम में फर्जी दस्तावेजों से हासिल किया निवास
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेहुल चोकसी ने बेल्जियम में शरण लेने के लिए झूठे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. उसने अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता की जानकारी छिपाई, जिससे उसे भारत वापस भेजने में मुश्किलें खड़ी हो सकें. रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि अब चोकसी स्विट्जरलैंड जाने की योजना बना रहा है, जहां वह एक कैंसर अस्पताल में इलाज का बहाना बनाकर बसने की कोशिश कर सकता है.
भारत की कार्रवाई तेज, जल्द हो सकता है प्रत्यर्पण
भारतीय एजेंसियां अब बेल्जियम सरकार के साथ संपर्क में हैं और चोकसी को भारत लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. घोटाले से जुड़े कानूनी पहलुओं पर चर्चा जारी है, और संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही उसे भारत लाकर न्याय प्रक्रिया का सामना करने के लिए मजबूर किया जा सकता है.
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