'मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर राजनीति ठीक नहीं', BJP-कांग्रेस के बीच खींचतान पर बोलीं मायावती

    उन्होंने कहा- इन मामलों में केन्द्र सरकार इनके परिवार की और सिख समाज की भी भावनाओं का ज़रूर सम्मान करे तो यह उचित होगा.

    'मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर राजनीति ठीक नहीं', BJP-कांग्रेस के बीच खींचतान पर बोलीं मायावती
    लखनऊ में 30 नवंबर को पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक के दौरान बसपा प्रमुख मायावती, प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- ANI

    नई दिल्ली : बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक और अंतिम संस्कार पर "राजनीति" किए जाने की निंदा की. उन्होंने केंद्र सरकार से सिंह के परिवार और सिख समुदाय की भावनाओं का सम्मान करने की भी अपील की.

    मायावती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "केन्द्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डा. मनमोहन सिंह के देहान्त होने पर उनका अन्तिम संस्कार वहां कराये तथा उनके सम्मान में भी स्मारक आदि वहीं बनवाये जहां उनके परिवार की दिली इच्छा है."

    उन्होंने आगे कहा, "अर्थात् इसके लिए कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में केन्द्र सरकार इनके परिवार की व सिख समाज की भी भावनाओं का ज़रूर सम्मान करे तो यह उचित होगा."

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    कांग्रेस-भाजपा के बीच खींचतान पर मायावती ने के टिप्पणी

    उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर चल रही खींचतान के बीच आई है. कांग्रेस ने मांग की कि अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए, जहां सिंह का स्मारक बनाया जा सके.

    हालांकि, केंद्र ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का शनिवार को उत्तरी दिल्ली के सार्वजनिक श्मशान घाट निगम बोध घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ राजकीय अंतिम संस्कार किया जाएगा. केंद्र ने यह भी कहा कि अगले कुछ दिनों में स्मारक के लिए जमीन चिन्हित कर दी जाएगी. लेकिन यह वह स्थान नहीं होगा, जहां अंतिम संस्कार हुआ था.

    कांग्रेस ने कभी भी मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया : सुधांशु त्रिवेदी

    इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि उन्होंने गांधी परिवार के अलावा किसी भी नेता का सम्मान नहीं किया.

    उन्होंने कहा, "कम से कम आज, इस दुख की घड़ी में राजनीति से बचना चाहिए."

    उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों पीवी नरसिम्हा राव, मदन मोहन मालवीय और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न देकर पार्टी से जुड़े सभी नेताओं का सम्मान किया है.

    त्रिवेदी ने कहा, "यह दुखद है कि जिस कांग्रेस पार्टी ने डॉ. मनमोहन सिंह का उनके जीवनकाल में कभी सम्मान नहीं किया, आज उनके निधन के बाद भी वे राजनीति करते नजर आ रहे हैं. मैं देश को याद दिलाना चाहता हूं कि डॉ. मनमोहन सिंह नेहरू गांधी परिवार से बाहर के देश के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 10 साल तक प्रधानमंत्री का पद संभाला. कांग्रेस का इतिहास रहा है कि उन्होंने सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री से लेकर पीवी नरसिम्हा राव तक गांधी परिवार से बाहर के किसी भी नेता का कभी सम्मान नहीं किया. कम से कम आज दुख की इस घड़ी में राजनीति से बचना चाहिए."

    उन्होंने कहा, "जहां तक ​​हमारी सरकार का सवाल है, मोदी सरकार ने दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सभी नेताओं को सम्मान दिया है. हमने नरसिम्हा राव, मदन मोहन मालवीय और प्रणब मुखर्जी समेत तीन कांग्रेस नेताओं को भारत रत्न दिया है."

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