वाशिंगटन डीसी (अमेरिका) : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया, और अमेरिका-भारत संबंधों और वैश्विक सहयोग में उनके योगदान को अहम बताया.
राष्ट्रपति बाइडेन ने व्हाइट हाउस द्वारा एक आधिकारिक बयान में कहा, "जिल (पत्नी) और मैं भारत के लोगों के साथ पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं."
बाइडेन ने कहा, "इस कठिन समय में, हम उस नजरिए के प्रति फिर से प्रतिबद्ध हैं, जिसके लिए प्रधानमंत्री सिंह ने अपना जीवन समर्पित किया."
"और जिल और मैं पूर्व प्रथम महिला गुरशरण कौर, उनके तीन बच्चों और भारत के सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं."
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जो बाइडेन ने मनमोहन को राजनीतिक साहस वाला बताया
"आज संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच अभूतपूर्व स्तर का सहयोग प्रधानमंत्री की रणनीतिक नजरिए और राजनीतिक साहस के बिना संभव नहीं होता. अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु समझौते को आगे बढ़ाने से लेकर इंडो-पैसिफिक भागीदारों के बीच पहले क्वाड को लॉन्च करने में मदद करने तक, उन्होंने ऐसी प्रगति की रूपरेखा तैयार की जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे राष्ट्रों और दुनिया को मजबूत बनाती रहेगी. वह एक सच्चे राजनेता थे. एक समर्पित लोक सेवक. और सबसे बढ़कर, वह एक दयालु और विनम्र व्यक्ति थे."
बाइडेन ने अपने पेशेवर जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों के दौरान सिंह के साथ अपनी मुलाकातों को भी याद किया.
बयान के अनुसार, "मुझे 2008 में सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष के रूप में और 2009 में संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति के रूप में प्रधान मंत्री सिंह से मिलने का मौका मिला था. उन्होंने 2013 में नई दिल्ली में भी मेरी मेज़बानी की थी."
"जैसा कि हमने तब चर्चा की थी, अमेरिका-भारत संबंध दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है. और साथ मिलकर, साझेदारों और दोस्तों के रूप में, हमारे देश अपने सभी लोगों के लिए सम्मान और असीमित क्षमता का भविष्य खोल सकते हैं."
मॉडर्न आर्थिक नीति को आकार देने वालों में थे मनमोहन सिंह
सिंह, जिनका गुरुवार रात को उम्र से संबंधित चिकित्सा स्थितियों के कारण निधन हो गया. उन्हें भारत के आधुनिक आर्थिक परिदृश्य (शेप) को आकार देने में उनकी भूमिका के लिए याद किया जाता है.
उनकी विरासत में 1991 में वित्तमंत्री के रूप में उनके द्वारा पेश किए गए आर्थिक उदारीकरण सुधार शामिल हैं, जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया.
सिंह ने भारत की वैश्विक स्थिति की मजबूत, खासकर अमेरिका के साथ
2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, सिंह ने भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने के लिए काम किया, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने संबंधों में, और ब्रिक्स जैसी पहलों के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया.
सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया जाएगा.
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