बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने एक लंबी और चुनौतीपूर्ण कार्रवाई पूरी की है. लगभग 30 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में पाक सेना ने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के सभी 33 आतंकियों को मार गिराया, जबकि सेना के चार जवान भी शहीद हो गए. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने इस ऑपरेशन की सफलता की पुष्टि की, लेकिन साथ ही यह भी बताया कि इस हमले में 21 नागरिकों की जान पहले ही जा चुकी थी.
बलोच आर्मी ने कर दिया सरेंडर?
मंगलवार को बलोच लिबरेशन आर्मी के आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था और यात्रियों को बंधक बना लिया था. इसके बाद पाकिस्तान सेना ने इलाके को पूरी तरह से घेरते हुए ऑपरेशन शुरू किया. यह अभियान बोलान के पहाड़ी और सुरंगों वाले इलाके में चला, जहां आतंकियों ने सेना की टुकड़ियों का जमकर मुकाबला किया, लेकिन पाक सुरक्षाबलों की रणनीतिक कार्रवाई के कारण आतंकियों को एक-एक करके नष्ट कर दिया गया.
इस ऑपरेशन के दौरान कई आतंकी आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर हुए, जबकि अन्य सभी आतंकियों को सेना ने मार गिराया. सेना का दावा है कि इस कार्रवाई में किसी भी निर्दोष नागरिक की जान नहीं गई. हालांकि, बलोच लिबरेशन आर्मी ने दावा किया है कि उनके पास अब भी 150 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक बंधक हैं, और उन्होंने इस घटना के बाद अपनी स्थिति को और मजबूत करने का प्रयास किया है.
पाकिस्तान का दावा- सच या झूठ?
BLA का कहना है कि अब तक 40 पाकिस्तानी सैनिकों और 60 नागरिकों की मौत हो चुकी है, लेकिन इस दावे की पाकिस्तानी सेना ने पुष्टि नहीं की है. सेना ने अपने ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता के रूप में पेश किया है, हालांकि BLA के बयान ने इस मामले को और विवादित बना दिया है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि वे अब भी इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि किसी भी बचने वाले आतंकी को पकड़ा जा सके.
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