चेन्नई (तमिलनाडु) : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह "डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का राजनीतिकरण करने का असफल प्रयास कर रही है."
केसवन ने कहा, "कांग्रेस डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का राजनीतीकरण करने का असफल प्रयास कर रही है. उन्हें 1984 के घातक दंगों को याद रखना चाहिए, जिसमें उनके शासन में हमारे सिख भाइयों और बहनों का नरसंहार किया गया था."
#WATCH | Chennai | On the issue of allocating space for a memorial for former PM #DrManmohanSingh, BJP National Spokesperson CR Kesavan says, "The Congress is unsuccessfully trying to politicise the demise of Dr Manmohan Singh. They should remember the deadly 1984 riots in which… pic.twitter.com/6ABLdQAZl8
— ANI (@ANI) December 28, 2024
यह भी पढे़ं : 'मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर राजनीति ठीक नहीं', BJP-कांग्रेस के बीच खींचतान पर बोलीं मायावती
दिल्ली में नरसिम्हा राव का अंतिम संस्कार न करने का आरोप लगाया
उन्होंने कांग्रेस पर राष्ट्रीय राजधानी में पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के अंतिम संस्कार की अनुमति न देकर उनका अपमान करने का भी आरोप लगाया.
केशवन ने कहा, "मनमोहन सिंह के एक पूर्व मीडिया सलाहकार ने अपनी किताब में दावा किया है कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें नरसिम्हा राव के परिवार से यह कहने के लिए मजबूर किया कि उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में न होकर हैदराबाद में होना चाहिए... 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही सुनिश्चित किया था कि नरसिम्हा राव का दिल्ली में स्मारक बनाया जाए और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए."
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए कभी भी कार्यसमिति की बैठक नहीं बुलाई.
उन्होंने कहा, "एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही 2019 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया. जब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जगह आवंटित की है और (डॉ. मनमोहन सिंह के लिए) एक स्मारक सुनिश्चित किया है, तो कांग्रेस अपनी पुरानी गंदी चालें चलने की कोशिश कर रही है."
कांग्रेस ने स्मारक बनाने वाली जगह पर की थी अंतिम संस्कार की मांग
कांग्रेस ने ऐसी जगह अंतिम संस्कार की मांग की थी, जहां कि सिंह का स्मारक बनाया जा सके.
हालांकि, केंद्र ने कहा कि अगले कुछ दिनों में स्मारक के लिए जमीन चिन्हित कर दी जाएगी. लेकिन यह वह जगह नहीं होगी, जहां अंतिम संस्कार हुआ था.
कांग्रेस ने इसे "भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जान-बूझकर अपमान" कहा.
यह भी पढे़ं : BJP सांसद सुधांशु त्रिवेदी का कांग्रेस पर निशाना, कहा- उसने कभी भी मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया