ट्रेन हाईजैक की साजिश कहां से रची गई? पाकिस्तान का दावा- 'सैटेलाइट फोन का हुआ इस्तेमाल'

यह हमला पाकिस्तान के इतिहास में अपनी तरह का पहला हमला था, जब पूरी ट्रेन को आतंकवादियों द्वारा हाईजैक किया गया.

Where was train hijacking plot hatched Pakistan claims Satellite phone was used
प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के अपहरण की घटना के पीछे अफगानिस्तान में बैठे आतंकवादियों की भूमिका होने का दावा किया है. यह हमला पाकिस्तान के इतिहास में अपनी तरह का पहला हमला था, जब पूरी ट्रेन को आतंकवादियों द्वारा अपहृत किया गया. इस हमले के बाद पाकिस्तान सेना ने ऑपरेशन चलाकर 36 घंटे में स्थिति को काबू किया, जिसमें 33 हमलावरों को मार गिराया गया और सभी बचे हुए यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया. हालांकि, इस हमले में 21 यात्रियों की जान चली गई.

घटना की शुरुआत और हमलावरों की पहचान

यह घटना मंगलवार दोपहर 1 बजे शुरू हुई, जब हथियारबंद आतंकवादियों ने बलूचिस्तान के सिबी शहर के पास सुनसान पहाड़ों में जाफर एक्सप्रेस को घेर लिया और ट्रेन को कब्जे में ले लिया. ट्रेन में 400 से अधिक यात्री सवार थे. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA), जो बलूचिस्तान की आजादी के लिए सशस्त्र संघर्ष कर रही है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. हमलावरों ने यात्रियों को बंधक बना लिया और पाकिस्तान सेना की कार्रवाई का सामना किया.

पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन और उसके परिणाम

पाकिस्तान सेना ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया. 36 घंटे तक चले इस अभियान के बाद बुधवार रात को पाकिस्तान आर्मी ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए ऑपरेशन की समाप्ति की घोषणा की. सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों ने 33 हथियारबंद आतंकवादियों को मार गिराया और सभी बचे हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. हालांकि, इस हमले में 21 यात्रियों की मौत हुई है.

अफगानिस्तान पर आरोप और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने एक बयान में यह दावा किया कि हमले की योजना और निर्देशन अफगानिस्तान में स्थित आतंकवादी सरगनाओं द्वारा किया गया था. इस दौरान आतंकवादी सीधे सैटेलाइट फोन के माध्यम से अफगानिस्तान से संपर्क में थे. पाकिस्तानी सेना ने यह भी कहा कि खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूरी घटना के दौरान अफगानिस्तान में स्थित आतंकवादी नेताओं का समर्थन प्राप्त था.

ISPR ने अपने बयान में कहा, "पाकिस्तान को उम्मीद है कि अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाएगी और पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए अपनी धरती का उपयोग करने से इनकार करेगी." सेना ने अफगानिस्तान से आतंकवादियों को समर्थन देने के आरोपों को फिर से दोहराया और इसके लिए कड़ी कार्रवाई की धमकी दी.

ये भी पढ़ेंः बलूचों के ट्रेन हाईजैक से चीन नाराज, पाकिस्तान को खुलकर समर्थन देने का किया ऐलान, भड़केगी जंग?