बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव मंगलवार को मुस्लिम आरक्षण के समर्थन में सामने आए और कहा कि उन्हें आरक्षण मिलना चाहिए. एएनआई से बात करते हुए पूर्व सीएम ने कहा, "मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए."
उनका यह बयान तब आया है जब गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को बिहार के उजियारपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कर्नाटक और आंध्र में एससी, एसटी और ओबीसी के लिए कोटा कम करके मुसलमानों को आरक्षण दिया.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे 'अबकी बार, 400 पार' को लेकर भी उनकी आलोचना की और कहा, ''वोट हमारी तरफ हैं. वे कह रहे हैं कि 'जंगल राज' होगा क्योंकि वे डरे हुए हैं, वे कोशिश कर रहे हैं भड़काने के लिए. वे संविधान और लोकतंत्र को ख़त्म करना चाहते हैं.''
इससे पहले 5 मई को एक्स पर एक पोस्ट में लालू प्रसाद यादव ने कहा था, ''देश के 140 करोड़ लोग गंभीरता से सोच रहे हैं कि अगर मोदी सरकार आएगी तो संविधान को खत्म कर देगी, लोकतंत्र खत्म कर देगी, आरक्षण खत्म कर देगी, युवाओं को खत्म कर देगी. युवा रोजगार के बिना मरेंगे, आम आदमी महंगाई से मरेगा, पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भी अग्निवीर लागू करेंगे, किसान अपना हक मांगते-मांगते मर जाएगा, नफरत और बंटवारा इन 10 सालों से ज्यादा बढ़ जाएगा वर्षों से बर्बाद हो चुकी संवैधानिक संस्थाओं की बची-खुची स्वायत्तता भी ख़त्म हो जाएगी.''
बिहार में मतदान, जो लोकसभा में 40 सदस्यों को भेजता है, सभी सात चरणों में हो रहा है- 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत आज बिहार की पांच सीटों पर मतदान जारी है. पांच सीटें झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया हैं.
सभी चरणों के लिए वोटों की गिनती 4 जून को होनी है. 2019 के चुनावों में, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने राज्य में 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल कर लगभग बढ़त बना ली है.
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