नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत नेताओं ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के राजघाट पर महात्मा गांधी को उनकी 155वीं जयंती के पर श्रद्धांजलि अर्पित की. कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी जयंती पर राजघाट श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
एक्स पर एक पोस्ट में, प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित बापू के जीवन और आदर्शों के स्थायी प्रभाव पर जोर दिया और कहा कि ये सिद्धांत देश के लोगों को प्रेरित करते रहेंगे.
सत्य, सद्भाव, समानता का बापू का जीवन लोगों को प्रेरित करता रहेगा : मोदी
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जयंती पर नमन. सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे."
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. एक्स पर एक पोस्ट में, "देश के 'जवान', 'किसान' और 'स्वाभिमान' के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर सादर श्रद्धांजलि."
राहुल गांधी ने गांधी जयंती पर राजघाट पर महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी ने बुधवार सुबह गांधी जयंती के अवसर पर राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
कांग्रेस नेता को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्ति को उनकी 155वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों का दृढ़ता से पालन किया.
राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर विजय घाट पर श्रद्धांजलि दी.
बापू ने सत्य, अहिंसा की अलख जगाई, हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है जयंती
गांधी जयंती हर साल मोहनदास करमचंद गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है, जिन्हें 'राष्ट्रपिता' के रूप में भी जाना जाता है. पूरा देश इस दिन महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देता है और इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है.
2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर शहर में जन्मे महात्मा गांधी या मोहनदास करमचंद गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध का रास्ता अपनाया और अत्यंत धैर्य के साथ औपनिवेशिक ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में सबसे आगे रहे. इसके परिणामस्वरूप भारत को अंततः 1947 में अपनी स्वतंत्रता प्राप्त हुई.
यूपी में जन्मे लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे
1904 में उत्तर प्रदेश में जन्मे लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे और 1964 से 1966 तक इस पद पर रहे. पाकिस्तान के साथ ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद 11 जनवरी, 1966 को 61 वर्ष की आयु में ताशकंद में उनका निधन हो गया.
पूर्व पीएम शास्त्री एक महान दूरदर्शी नेता थे, जो लोगों की भाषा समझते थे और जिन्होंने देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया. शास्त्री जी महात्मा गांधी की राजनीतिक शिक्षाओं से बहुत प्रभावित थे.
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