'घर में घुस कर मारेंगे' का क्या हुआ, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमला बढ़ने पर ओवैसी का केंद्र सरकार पर तंज

    ओवैसी ने कहा कि यह सरकार की नाकामी है. वे आतंकवाद को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं. डोडा में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत खतरनाक है.

    'घर में घुस कर मारेंगे' का क्या हुआ, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमला बढ़ने पर ओवैसी का केंद्र सरकार पर तंज
    हैदराबाद में पत्रकारों से बात करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी | Photo-ANI के वीडियो से ग्रैब्ड.

    हैदराबाद (तेलंगाना) : जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में हाल ही में हुई वृद्धि को लेकर केंद्र पर तीखा निशाना साधते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि अगर मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार 'घर में घुस कर मारेंगे' की नीति पर चल रही है तो वहां क्या हो रहा है?

    उन्होंने केंद्र सरकार पर आगे हमला करते हुए कहा कि वहां हमलों की ये श्रृंखला सरकार की विफलता को दिखाती है.

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    'घर में घुस कर मारेंगे' की नीति पर उठाया सवाल

    ओवैसी ने कहा, "पीएम मोदी कहते थे, 'घर में घुस कर मारेंगे'. फिर यह क्या है? यह सरकार की विफलता है. वे आतंकवाद को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं. डोडा में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत खतरनाक है."

    सोमवार शाम को डोडा के देसा वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. कार्रवाई में मारे गए जवानों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है.

    जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन की टिप्पणी कि पाकिस्तान ने घाटी में तथाकथित मुख्यधारा या क्षेत्रीय राजनीति की मदद से नागरिक समाज के सभी महत्वपूर्ण चीजों में सफलतापूर्वक घुसपैठ जमा ली है, पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि डीजीपी अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.

    डीजीपी अपनी नाकामी छुपाने में लगे हैं : ओवैसी

    उन्होंने कहा, 'डीजीपी वहां क्या कर रहे हैं? आपने कश्मीर बार काउंसिल के चेयरमैन पर यूएपीए लगाया है. डोडा में आज हुए हमले में, जो एलओसी से बहुत दूर है, आतंकवादी क्षेत्र के इतने अंदर कैसे घुस आए? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? वह अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.'

    उन्होंने कहा, "हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न हुए हैं और केंद्र शासित प्रदेश में मतदान प्रतिशत बहुत अधिक था. अब जब डीजीपी ऐसा कुछ कह रहे हैं, तो क्या आप यह कहने की कोशिश कर रहे हैं कि चुनावों में धांधली हुई थी? 2021 से जम्मू में 50 से अधिक सुरक्षाकर्मी और 19 नागरिक मारे गए हैं. हाल ही में, 10 तीर्थयात्री मंदिर गए और इन आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी."

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    डीजीपी प्रवक्ता न बनें, उनका मन हो तो बीजेपी में चले जाएं : ओवैसी

    हैदराबाद के सांसद ने सरकार से एक सवाल भी पूछा, आपका सूचना नेटवर्क कहां है? स्थानीय लोग आपकी मदद क्यों नहीं कर रहे हैं? आप युवाओं को विश्वास में क्यों नहीं ले रहे हैं? वे कहते हैं कि उन्होंने अनुच्छेद 370 हटा दिया है, और सब कुछ खत्म हो गया है. यह नरेंद्र मोदी की सरकार की विफलता है. डीजीपी को सत्ताधारी पार्टी का प्रवक्ता नहीं बनना चाहिए. अगर उनका इरादा है, तो उन्हें भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए."

    कांग्रेस ने कहा- 38 दिन में राज्य में 9 आतंकी हमले

    इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने 'एक्स' पर एक ग्राफिक पोस्ट करके केंद्र सरकार की आलोचना की, जिसमें दावा किया गया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 38 दिनों के भीतर ही 9 आतंकवादी हमले हो चुके हैं. पोस्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि इन हालिया आतंकवादी हमलों के दौरान 12 सैनिक मारे गए, 13 घायल हुए, 10 नागरिक मारे गए और 44 घायल हुए हैं.

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