'कोई जवाबदेही नहीं, अब तक तो सिर कट जाना चाहिए था'- डोडा में 4 जवानों की हत्या पर बोलीं महबूबा मुफ्ती

    महबूबा ने कहा- हमें यहां फिक्सर की जरूरत नहीं है, डीजीपी की जरूरत है. हमारे पास पहले भी दूसरे राज्यों से डीजीपी आए हैं और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है.

    'कोई जवाबदेही नहीं, अब तक तो सिर कट जाना चाहिए था'- डोडा में 4 जवानों की हत्या पर बोलीं महबूबा मुफ्ती
    8 मई 2024 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक जनसभा के दौरान पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती, प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- ANI

    श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) : जम्मू और कश्मीर के डोडा में मुठभेड़ स्थल पर एक सेना के अधिकारी समेत चार सैनिकों की हत्या खबर के कुछ घंटों बाद, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि "किसी को भी "जवाबदेह" नहीं ठहराया जा रहा है, उन्होंने कहा कि अब तक तो सिर कट जाना चाहिए था.

    पीडीपी प्रमुख ने श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "कोई जवाबदेही नहीं है. अब तक तो सिर कट जाना चाहिए था. डीजीपी को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था. पिछले 32 महीनों में लगभग 50 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है. किसी को भी जवाबदेह नहीं ठहराया जा रहा है."

    महबूबा का निशना का यहां फिक्सर नहीं, डीजीपी की जरूरत है

    उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा डीजीपी राजनीतिक चीजों को ठीक करने में जुटे हुए हैं.

    "मौजूदा डीजीपी राजनीतिक रूप से चीजों को ठीक करने में व्यस्त हैं. उनका काम पीडीपी को तोड़ना, लोगों और पत्रकारों को परेशान करना और लोगों को धमकाना है. वेरीफिकेशन को हथियार बनाया गया है. वे अधिकतम लोगों पर यूएपीए लगाने के तरीके खोज रहे हैं. मौलवियों को ब्लैकमेल किया जा रहा है. हमें यहां फिक्सर की जरूरत नहीं है, हमें डीजीपी की जरूरत है. हमारे पास पहले भी दूसरे राज्यों से डीजीपी आए हैं और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है."

    उन्होंने कहा, "इस तरह की चीजें अब तक किसी ने सांप्रदायिक आधार पर नहीं की हैं."

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    कल शाम को सुरक्षा बलों- आतंकियों के बीच मुठभेड़ में मारे गए जवान

    देसा वन क्षेत्र में सोमवार शाम को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. कार्रवाई में शहीद हुए सैनिकों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है.

    इससे पहले, भारतीय सेना ने डोडा मुठभेड़ में जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है. जनरल उपेंद्र द्विवेदी सीओएएस और भारतीय सेना के सभी रैंक के बहादुरों, कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए डोडा में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. 

    एडीजी पीआई-भारतीय सेना ने एक्स पर पोस्ट किया, "भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है."

    कल रात को खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू की गई थी मुठभेड़

    सोमवार रात को, विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर, डोडा में भारतीय सेना और जेके पुलिस का एक संयुक्त अभियान जारी था. व्हाइट नाइट कोर के अनुसार, आज रात लगभग 9 बजे आतंकवादियों से संपर्क स्थापित हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई. गोलीबारी में एक अधिकारी सहित 4 सेना के जवान मारे गए. इस बीच, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और उन्हें डोडा में मुठभेड़ की जानकारी दी.

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