नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा से जुड़े सवालों का जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने संविधान के 75 वर्ष की यात्रा को असाधारण बताया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान के 75 वर्ष की यात्रा यादगार यात्रा है और विश्व के सबसे महान और विशाल लोकतंत्र की यात्रा है. इसकी मूल में हमारे संविधान निर्माताओं की दीर्घ दृष्टि, हमारे संविधान निर्माताओं के योगदान और जिसको लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, ये 75 वर्ष पूर्ण होने पर एक उत्सव मनाने का पल है.
'75 वर्ष की ये उपलब्धि असाधारण'
PM मोदी ने कहा, '75 वर्ष की ये उपलब्धि असाधारण है. जब देश आजाद हुआ और उस समय भारत के लिए जो-जो संभावनाएं व्यक्त की गई थी उन संभावनाओं को निरस्त करते हुए, परास्त करते हुए भारत का संविधान हमें यहां तक ले आया है, इसलिए इस महान उपलब्धि के लिए, संविधान निर्माताओं के साथ-साथ देश के कोटि-कोटि नागरिकों का आदरपूर्वक नमन करता हूं.'
प्रधानमंत्री ने महिलाओं के हक की बात की
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह हमारे लिए गर्व की बात है कि जहां कई देशों को महिलाओं को उनके अधिकार देने में दशकों लग गए, वहीं भारत ने अपने संविधान के माध्यम से महिलाओं को शुरू से ही वोट देने का अधिकार दिया. जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान, हमने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया और महिलाओं की प्रगति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए 'महिला नेतृत्व वाले विकास' पर ध्यान केंद्रित किया.'
उन्होंने कहा कि आज हमारी हर योजना की सेंटर में महिलाएं होती हैं और जब हम ये संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं, तो ये अच्छा संयोग है कि भारत के राष्ट्रपति के पद पर एक आदिवासी महिला विराजमान है. यही नहीं, हमारे सदन में भी महिला सांसदों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
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