कीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर दिया है, जिसमें रूस और यूक्रेन के बीच संभावित शांति समझौते के तहत यूक्रेनी क्षेत्रों की अदला-बदली का सुझाव दिया गया था.
जेलेंस्की ने एक कड़े बयान में कहा कि यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता. यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच संभावित बैठक की घोषणा की गई है.
हम अपनी ज़मीन आक्रांताओं को नहीं देंगे
शनिवार को टेलीग्राम पर जारी एक संदेश में जेलेंस्की ने कहा, "यूक्रेन के क्षेत्रीय प्रश्नों का उत्तर हमारे संविधान में पहले से ही निहित है. कोई भी इससे विचलित नहीं हो सकता, और न ही यूक्रेनी नागरिक अपनी ज़मीन उन लोगों को सौंपेंगे जिन्होंने उसे बलपूर्वक कब्ज़ा किया है."
उन्होंने यह भी जोड़ा कि, "यूक्रेन को दरकिनार कर लिए गए फैसले न तो शांति के पक्ष में हैं, न ही न्याय के. इनसे कुछ सकारात्मक हासिल नहीं होगा."
जेलेंस्की का यह बयान ट्रंप के हालिया सुझाव के प्रत्यक्ष विरोध में आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच संभावित युद्धविराम में कुछ क्षेत्रों की अदला-बदली पर बातचीत हो सकती है.
ट्रंप और पुतिन की संभावित मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर घोषणा की कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अगले सप्ताह अलास्का में मुलाकात करने जा रहे हैं. यह बैठक 15 अगस्त 2025 को होने की संभावना है और इसे "बहुप्रतीक्षित" बताया गया है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी संकेत दिया कि शांति वार्ता में क्षेत्रों के आदान-प्रदान का विचार चर्चा में है. उन्होंने कहा, "हम ऐसे किसी समझौते की दिशा में सोच रहे हैं, जो दोनों पक्षों के लिए लाभकारी हो सकता है. कुछ क्षेत्रों को लेकर बातचीत चल रही है, और इस पर आगे और चर्चा होगी."
अमेरिकी प्रशासन की स्थिति और रूस की शर्तें
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि रूस ने यूक्रेन के साथ युद्धविराम के लिए अपनी मांगों की एक सूची साझा की है. अमेरिका इन प्रस्तावों की समीक्षा कर रहा है और अपने यूरोपीय सहयोगियों तथा यूक्रेन के साथ मिलकर इसपर प्रतिक्रिया देने की तैयारी में है.
हालांकि, अमेरिकी प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि शांति के किसी भी प्रयास में यूक्रेन की सहमति और संप्रभुता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी.
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