न कोई बयान, न कोई तस्वीर, न कोई इवेंट... BRICS शिखर सम्मेलन से पहले कहां गायब हो गए शी जिनपिंग?

    ब्राजील में आगामी BRICS शिखर सम्मेलन से पहले एक सवाल अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों और मीडिया का ध्यान खींच रहा है: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कहां हैं?

    Where did Xi Jinping disappear before the BRICS summit
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    बीजिंग: ब्राजील में आगामी BRICS शिखर सम्मेलन से पहले एक सवाल अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों और मीडिया का ध्यान खींच रहा है: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कहां हैं?

    शी, जो पिछले एक दशक में चीन के वैश्विक कूटनीतिक चेहरों में सबसे प्रमुख रहे हैं, इस बार BRICS बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं. उनकी अनुपस्थिति केवल औपचारिक स्तर पर प्रतिनिधिमंडल के बदलाव तक सीमित नहीं है; बीते कई सप्ताहों से वे सार्वजनिक रूप से किसी भी कार्यक्रम, बयान या मीडिया कवरेज में नजर नहीं आए हैं. यह स्थिति कुछ असामान्य घटनाओं और संभावित आंतरिक राजनीतिक बदलावों की ओर संकेत कर सकती है.

    BRICS सम्मेलन में अनुपस्थिति

    BRICS की बैठकों में शी जिनपिंग की अब तक सक्रिय भागीदारी रही है. लेकिन इस बार चीन की ओर से प्रधानमंत्री ली क्यांग और उप-प्रधानमंत्री हे लीफेंग प्रतिनिधित्व करेंगे. यह बदलाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि BRICS जैसे मंचों पर चीन अक्सर अपनी रणनीतिक महत्वाकांक्षा को सीधे राष्ट्रपति स्तर पर प्रस्तुत करता रहा है.

    मीडिया में मौजूदगी का अभाव और अटकलें

    चीनी सरकारी अखबार People’s Daily, जो रोजाना राष्ट्रपति शी के विचारों और गतिविधियों को प्रकाशित करता है, अब उनके नाम और तस्वीरों से लगभग खाली नजर आ रहा है. इसने कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों को यह अनुमान लगाने के लिए प्रेरित किया कि या तो राष्ट्रपति स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से जूझ रहे हैं, या फिर पार्टी के भीतर सत्ता संतुलन में बदलाव आ रहा है.

    सैन्य नेतृत्व में बदलाव: क्या यह संकेत है?

    4 जुलाई को चीनी सरकार ने सेना के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को पद से हटाने की घोषणा की:

    • जनरल मियाओ हुआ
    • नौसेना प्रमुख ली हानजुन

    सीनियर न्यूक्लियर साइंटिस्ट लियू शिपेंग

    सरकारी बयान में भ्रष्टाचार को कारण बताया गया, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह पीएलए (People's Liberation Army) में उभरते असंतोष को नियंत्रण में लाने की एक रणनीति हो सकती है.

    कुछ रिपोर्ट्स में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस समय पीएलए के भीतर जनरल झांग यूशिया का प्रभाव बढ़ा है, जिनकी राजनीतिक निष्ठा पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ गुट के साथ मानी जाती है. यह वही हू हैं जिन्हें 2022 में पार्टी कांग्रेस के दौरान असहज तरीके से सार्वजनिक रूप से बाहर ले जाया गया था — एक प्रतीकात्मक घटना जिसने शी की पकड़ को दर्शाया था. लेकिन अब ऐसा लगता है कि सत्ता संतुलन धीरे-धीरे वापसी की दिशा में है.

    राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव के संकेत

    शी जिनपिंग का "थॉट" — जो हाल के वर्षों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की वैचारिक रीढ़ बन चुका था — अब पार्टी संचार में पहले जितना प्रमुख नहीं दिखता. कुछ पुराने टेक्नोक्रेट जैसे वांग यांग की प्रशासनिक प्रणाली में वापसी, और शी समर्थकों की मीडिया उपस्थिति में कमी से भी यह संकेत मिलते हैं कि नेतृत्व के भीतर बदलाव की प्रक्रिया संभवतः शुरू हो चुकी है.

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