World Population: धर्म केवल आस्था का नाम नहीं, बल्कि मानव जीवन की आधारशिला है. चाहे हम किसी भी हिस्से की बात करें, धर्म ने सदियों से लोगों की सोच, व्यवहार और समाजिक ढांचे को प्रभावित किया है. 2020 के आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया की लगभग 85% आबादी किसी न किसी धर्म से जुड़ी हुई है. यह बताता है कि धर्म आज भी इंसान की पहचान और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बना हुआ है. आइए जानते हैं विश्व के प्रमुख धर्मों की जनसंख्या और उनकी वैश्विक मौजूदगी के बारे में.
सबसे बड़ा धर्म: ईसाई धर्म
विश्व का सबसे बड़ा धर्म ईसाई धर्म है, जिसके अनुयायियों की संख्या 2020 में लगभग 2.38 अरब थी. यह कुल विश्व जनसंख्या का करीब 31% हिस्सा है. यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका में ईसाई धर्म का गहरा प्रभाव है. ईसाई धर्म के तीन प्रमुख संप्रदाय हैं कैथोलिक, प्रोटेस्टेंट और ईस्टर्न ऑर्थोडॉक्स. इन सभी की उपासना पद्धतियां अलग हो सकती हैं, लेकिन ये सभी यीशु मसीह के संदेशों पर विश्वास करते हैं.
दूसरे नंबर पर इस्लाम
इस्लाम धर्म के अनुयायियों की संख्या लगभग 1.91 अरब है, जो विश्व की कुल आबादी का 25% के करीब है. मध्य-पूर्व, मध्य एशिया, इंडोनेशिया, पाकिस्तान और अफ्रीका के कई हिस्सों में इस्लाम मुख्य धर्म है. जन्मदर में तेजी के कारण विशेषज्ञ मानते हैं कि 2050 तक इस्लाम ईसाई धर्म के बराबर पहुंच जाएगा. इस्लाम की शिक्षाएं मानवता, न्याय और ईश्वर की एकता पर आधारित हैं.
हिंदू धर्म: सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत
हिंदू धर्म विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसकी आबादी लगभग 1.16 अरब है, जो विश्व जनसंख्या का लगभग 15% है. मुख्यतः भारत और नेपाल में यह धर्म प्रचलित है. हिंदू धर्म को सनातन धर्म भी कहा जाता है, जिसका आध्यात्मिक आधार वेद, उपनिषद, भगवद गीता और पुराण जैसे ग्रंथ हैं. योग, ध्यान और आध्यात्मिकता के जरिए हिंदू धर्म का प्रभाव विश्वभर में फैला है.
बौद्ध धर्म: अहिंसा और ध्यान की शिक्षा
बौद्ध धर्म की स्थापना गौतम बुद्ध ने की थी, और यह धर्म मुख्य रूप से पूर्वी एशिया में फैला है. इसकी कुल जनसंख्या लगभग 50.7 करोड़ है. चीन, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, म्यांमार और तिब्बत में बौद्ध धर्म की गहरी जड़ें हैं. बौद्ध धर्म अहिंसा, निर्वाण और ध्यान पर आधारित है, जो इसकी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत बनाता है.
लोक धर्म और अन्य छोटे धर्म
लोक धर्म जैसे अफ्रीकी पारंपरिक धर्म, चीनी लोक धर्म, अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई आदिवासी आस्थाएं भी महत्वपूर्ण हैं, जिनकी संख्या लगभग 43 करोड़ है. इसके अलावा, शिंतो, ताओ धर्म, सिख धर्म और जैन धर्म जैसे छोटे लेकिन सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण धर्म भी विश्व में मौजूद हैं, जिनकी कुल जनसंख्या 6.1 करोड़ के करीब है.
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