ब्रिसबेन की उछालभरी पिच पर पहला दिन इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट के नाम रहा. ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रूट का बल्ला गरजा और उन्होंने करियर का 40वां टेस्ट शतक जड़ दिया. यह शतक सिर्फ इंग्लैंड के लिए राहत नहीं, बल्कि एशेज से पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए बढ़ती चिंता का संकेत भी है. हालांकि, इस पारी ने एक शख्स की टेंशन जरूर कम कर दी—और वह हैं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर मैथ्यू हेडन.
एशेज शुरू होने से पहले मैथ्यू हेडन ने मज़ाक और गुस्से के मिले-जुले अंदाज में एक ऐसी शर्त रख दी थी जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया था. हेडन ने कहा था कि अगर जो रूट 2025-26 एशेज में एक भी शतक नहीं लगा पाए, तो वह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में बिना कपड़ों के दौड़ेंगे. यह बयान वायरल हुआ और हेडन को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं. लेकिन ब्रिसबेन में रूट के शतक ने हेडन को इस बेहद असहज स्थिति से बचा लिया. शतक के बाद हेडन ने एक्स पर रूट को बधाई देते हुए लिखा जो, बधाई हो दोस्त! तुम्हें थोड़ा वक्त लगा… दस फिफ्टी के बाद आखिरकार एक उम्दा शतक. शानदार!
सोशल मीडिया पर चर्चा, ‘हेडन vs रूट’ बनी बड़ी बहस
रूट के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए कई फैंस को शंका थी कि क्या वे ऑस्ट्रेलिया में शतक लगा पाएंगे. पिछले 15 टेस्ट मैचों में रूट एक भी सेंचुरी नहीं लगा सके थे, जिसने चर्चाओं को और हवा दी. हेडन की शर्त के बाद तो सोशल मीडिया पर मीम्स, जोक्स और बहस का दौर तेज हो गया था. लेकिन रूट ने गाबा की कठिन परिस्थितियों में अपनी क्लास दिखाई और आलोचकों को शांत कर दिया.
गाबा में रूट की जबरदस्त पारी और इंग्लैंड की मज़बूत शुरुआत
गाबा की पिच बल्लेबाजों के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रही है, लेकिन रूट ने अपनी सधी हुई बैटिंग से इसे आसान बना दिया. पहले दिन का खेल खत्म होने तक रूट 135 रन पर नाबाद रहे. उनकी इस शानदार पारी की बदौलत इंग्लैंड ने 9 विकेट पर 325 रन का मजबूत स्कोर खड़ा कर लिया है.इस शतक ने न सिर्फ रूट के ऑस्ट्रेलिया वाले सूखे को खत्म किया, बल्कि एशेज के लिए इंग्लैंड की उम्मीदों को भी मजबूती दे दी है.
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