F-47 और J-50 में कौन मारेगा बाजी? टैरिफ वॉर के बीच ट्रंप-जिनपिंग के बीच शुरू हुई एक और जंग

    वाशिंगटनः जहां अमेरिका ने अपने F-47 फाइटर जेट को दुनिया का "पहला छठी पीढ़ी का लड़ाकू विमान" बताया है, वहीं चीन भी तेजी से अपनी तकनीक को आगे बढ़ा रहा है.

    Who will win between F-47 and J-50 Trump and Jinping amidst tariff war
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    वाशिंगटनः दुनिया की दो सबसे बड़ी ताकतें—अमेरिका और चीन, अब लड़ाकू विमानों की नई पीढ़ी में वर्चस्व की जंग लड़ रही हैं. जहां अमेरिका ने अपने F-47 फाइटर जेट को दुनिया का "पहला छठी पीढ़ी का लड़ाकू विमान" बताया है, वहीं चीन भी तेजी से अपनी तकनीक को आगे बढ़ा रहा है.

    अमेरिका का F-47: ट्रंप का दावा और अगला कदम

    पिछले महीने, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका अब एक अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमान F-47 पर काम कर रहा है. उनका दावा था कि यह दुनिया का पहला छठी पीढ़ी का फाइटर जेट होगा. उन्होंने कहा, “दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इसके आसपास भी पहुंच सके.”

    इस प्रोजेक्ट की ज़िम्मेदारी बोइंग कंपनी को दी गई है. हालांकि, ट्रंप ने यह साफ नहीं किया कि पेंटागन इस प्रोजेक्ट को कैसे अंजाम देगा. लेकिन उन्होंने यह ज़रूर बताया कि इस विमान का एक ट्रायल वर्जन पिछले 5 सालों से उड़ान भर रहा है.

    F-47 को नेक्स्ट जनरेशन एयर डोमिनेंस (NGAD) कार्यक्रम के तहत तैयार किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट में अमेरिका की तीन बड़ी कंपनियां — बोइंग, लॉकहीड मार्टिन और नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन शामिल हैं. तीनों कंपनियों ने अपने-अपने प्रोटोटाइप बनाए हैं, लेकिन इनकी जानकारियां अब तक काफी गोपनीय रखी गई हैं.

    चीन भी पीछे नहीं, दो नए प्रोटोटाइप से चौंकाया

    दूसरी ओर, चीन भी पीछे हटने के मूड में नहीं है. दिसंबर 2024 में चीन ने दो छठी पीढ़ी के फाइटर जेट — J-36 और J-50 — की ट्रायल उड़ानों से दुनिया को चौंका दिया.

    • J-36 को चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (CAC)
    • और J-50 को शेनयांग एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (SAC) तैयार कर रहा है.

    इन विमानों के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, क्योंकि चीन की सैन्य प्रणालियां आम तौर पर काफी गोपनीय होती हैं, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें 8 अप्रैल को J-50 जैसे विमान की एक और ट्रायल फ्लाइट दिखाई गई.

    क्या चीन की तेजी से अमेरिका को मिली प्रेरणा?

    विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप द्वारा F-47 प्रोजेक्ट को दोबारा शुरू करने का फैसला चीन की सक्रियता से प्रेरित हो सकता है. चीन की ओर से बार-बार टेस्ट उड़ानें और नए डिजाइन सामने आना अमेरिका को पीछे छोड़ने की एक कोशिश मानी जा रही है.

    छठी पीढ़ी के फाइटर जेट क्यों खास हैं?

    छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान मौजूदा फाइटर जेट्स की तुलना में कई गुना ज्यादा उन्नत और स्मार्ट होंगे.

    इनमें शामिल होंगे:

    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सिस्टम
    • हाई लेवल स्टील्थ टेक्नोलॉजी
    • बिना पायलट के ऑपरेशन की क्षमता (यूएवी कनेक्टिविटी)
    • नेटवर्क आधारित युद्ध क्षमता

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