बिछड़ना हर रिश्ते के लिए तकलीफदेह होता है, लेकिन जब दो बहनें कई दशकों तक अलग रहें और उम्र के सौवें पड़ाव पर एक-दूसरे से मिलें, तो ये सिर्फ एक मुलाकात नहीं होती — ये भावनाओं का सैलाब होता है. ब्रिटेन में रहने वाली दो बहनें — ब्रेंडा मेडवे और कैथलीन — इसकी साक्षात मिसाल बन गईं, जब वे 101 साल की उम्र में एक बार फिर आमने-सामने आईं.
युद्ध का मेडल बना बहनों के मिलन की वजह
कैथलीन, जिनकी उम्र अब 101 वर्ष है, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन की वायुसेना में मैकेनिक के रूप में काम करती थीं. उन्होंने प्रतिष्ठित स्पिटफायर फाइटर प्लेनों की उड़ान में मदद की थी. उस समय, उन्हें किंग जॉर्ज VI द्वारा "लॉयल सर्विस मेडल" से नवाजा गया था, जो बाद में खो गया. हाल ही में उन्हें एक बार फिर वह मेडल सौंपा गया, और इसी सम्मान समारोह की खबर से उनकी बहन ब्रेंडा को उनके ठिकाने का पता चला.
एक भावुक पुनर्मिलन
93 साल की ब्रेंडा, जो वेल्स के Cwrt-Clwydi-Gwyn केयर होम में रहती हैं, सालों से अपनी बड़ी बहन से मिलना चाहती थीं. जब उन्हें कैथलीन की उपलब्धियों और उन्हें दोबारा मेडल मिलने की खबर मिली, तो उन्होंने केयर होम के स्टाफ से मदद मांगी. यहां के सीनियर केयरर टॉमोस लवेल ने पहल की और पाया कि कैथलीन टोना के ओल्ड विकारेज नर्सिंग होम में रहती हैं. टॉमोस ने दोनों बहनों की मुलाकात की योजना बनाई. जब ब्रेंडा अपनी बहन से मिलने पहुंचीं, तो कैथलीन ने उन्हें तुरंत पहचान लिया. वर्षों बाद दोनों बहनों की आँखों में आंसू थे — किसी पुनर्मिलन की सबसे सुंदर निशानी.
कैथलीन की वीरगाथा
1924 में जन्मीं कैथलीन ने RAF Loughborough में मैकेनिक की भूमिका निभाई थी. उनके कौशल और सेवा को 1940 के दशक में बहुत सराहा गया था. युद्ध के बाद जब उन्हें उनका खोया हुआ मेडल लौटा, तो वे भावुक हो उठीं — और उसी मेडल ने उनकी खोई हुई बहन को भी लौटा दिया.
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