अमेरिका से तनातनी के बीच रूस की बढ़ी टेंशन, 27 देशों ने लगाया सबसे सख्त प्रतिबंध

    यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने शुक्रवार को रूस के खिलाफ एक नया और अब तक का सबसे कठोर प्रतिबंध पैकेज लागू किया है. इस कदम का उद्देश्य मास्को पर दबाव बढ़ाकर यूक्रेन में जारी युद्ध को समाप्त करना है.

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    यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने शुक्रवार को रूस के खिलाफ एक नया और अब तक का सबसे कठोर प्रतिबंध पैकेज लागू किया है. इस कदम का उद्देश्य मास्को पर दबाव बढ़ाकर यूक्रेन में जारी युद्ध को समाप्त करना है. ताज़ा प्रतिबंधों में रूस के ऊर्जा क्षेत्र, पुराने तेल टैंकरों के बेड़े और खुफिया एजेंसी GRU से जुड़े अधिकारियों को निशाना बनाया गया है.

    ईयू की विदेश नीति प्रमुख काजा कालास ने स्पष्ट रूप से कहा, "यूरोप यूक्रेन के साथ खड़ा है और हम तब तक रूस पर दबाव बनाए रखेंगे जब तक युद्ध बंद नहीं होता." उन्होंने इस पैकेज को रूस के खिलाफ "अब तक की सबसे कठोर कार्रवाई" करार दिया. यह फैसला ऐसे समय आया है जब यूक्रेन के समर्थन में यूरोपीय देश अमेरिकी हथियार खरीद रहे हैं और सैन्य सहयोग तेज कर रहे हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने नए प्रतिबंधों की सराहना की और इसे रूस के हमलों के बीच "समय पर उठाया गया आवश्यक कदम" बताया.

    रूस की प्रतिक्रिया: 'प्रतिबंधों के साथ जीना सीख लिया है'

    रूस की ओर से इन प्रतिबंधों को खारिज करते हुए क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने उन्हें 'ग़ैरकानूनी' बताया. उनका कहना था, "हमने प्रतिबंधों के साथ जीना सीख लिया है. अब हमें इन नए प्रतिबंधों का विश्लेषण करना होगा ताकि इनके प्रभाव को कम किया जा सके." रूस ने यह भी स्वीकार किया कि कुछ क्षेत्रों में उसे छूट मिली है, जिससे उसकी रणनीतिक स्थिति पर तुरंत असर नहीं पड़ेगा.

    ब्रिटेन की सख्ती: GRU अधिकारियों पर कार्रवाई

    ब्रिटेन ने भी रूस की सैन्य खुफिया एजेंसी GRU के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. इस बार 18 ऐसे अधिकारियों को प्रतिबंधों की सूची में डाला गया है, जो कथित तौर पर 2022 में यूक्रेन के मारियुपोल थिएटर पर बम हमले और एक पूर्व रूसी जासूस के परिवार को निशाना बनाने की साजिश में शामिल थे. उस हमले में बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हुई थी.

    यूक्रेन का जवाबी हमला: मास्को पर लगातार तीसरी रात ड्रोन हमले

    19 जुलाई की रात एक बार फिर मास्को यूक्रेनी ड्रोन हमलों की चपेट में आया. यह तीसरी रात थी जब रूस की राजधानी पर हमला हुआ. मास्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने बताया कि रूस की वायु रक्षा प्रणाली ने 13 ड्रोन को मार गिराया. फिलहाल किसी तरह के नुकसान या हताहत की जानकारी नहीं है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ ड्रोन जेलेनोग्राड के पास गिरे, जो मास्को से लगभग 37 किलोमीटर दूर है.

    ऑस्ट्रेलिया से पहुंचे अब्राम्स टैंक, यूक्रेन को मिला नया बल

    यूक्रेनी सेना को अब ऑस्ट्रेलिया की ओर से भेजे गए पहले 49 M1A1 अब्राम्स टैंक मिल चुके हैं. इन टैंकों की डिलीवरी अक्टूबर 2024 में घोषित की गई थी, लेकिन अमेरिका की अनुमति न मिलने के कारण इसमें देरी हुई. अब्राम्स टैंक अमेरिका में बने हैं और किसी तीसरे देश को देने के लिए वॉशिंगटन की सहमति आवश्यक होती है. ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने कहा, “अब्राम्स टैंक यूक्रेन की युद्ध क्षमता को नया बल देंगे और रूस के अवैध हमले का मजबूती से मुकाबला करने में मदद करेंगे.”

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