समंदर पर राज करने के लिए सिर्फ बड़े जहाज नहीं, बल्कि ऐसे लड़ाकू विमान भी चाहिए जो वहां से उड़ान भर सकें और हर मोर्चे पर दुश्मन को टक्कर दे सकें. आज की नौसेनाएं सिर्फ समुद्र में ही नहीं, बल्कि हवा में भी ताकतवर हो चुकी हैं. इस लेख में हम ऐसे कुछ प्रमुख कैरियर-बेस्ड फाइटर जेट्स की बात करेंगे, जो अपने-अपने देशों की नौसेनाओं की रीढ़ हैं.
MiG-29K – भारतीय नौसेना का मजबूत साथी
MiG-29K को भारतीय नौसेना ने रूस के साथ मिलकर तैयार किया है. यह एक मल्टी-रोल फाइटर है, जो एयर डिफेंस से लेकर ग्राउंड अटैक तक हर मिशन में इस्तेमाल होता है. INS विक्रमादित्य और नए INS विक्रांत से इसका संचालन होता है. इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह समुद्री वातावरण में भी शानदार प्रदर्शन करता है. दो दशकों से ज्यादा समय से भारतीय नौसेना इसे ऑपरेट कर रही है, और यह आज भी बेहद भरोसेमंद साबित हो रहा है.
Shenyang J-15 – चीन का उड़ता हुआ शार्क
चीन का J-15, जिसे ‘फ्लाइंग शार्क’ के नाम से भी जाना जाता है, PLA नेवी के एयरक्राफ्ट कैरियर्स से ऑपरेट होता है. इसका आकार बड़ा और भारी है, जिससे यह अधिक दूरी तक भारी हथियार लेकर जा सकता है. इसकी गति लगभग Mach 2 तक पहुंचती है और यह एयर-टू-एयर और एंटी-शिप मिशन के लिए प्रयोग में लाया जाता है. हालांकि इसकी तकनीक पश्चिमी देशों के फाइटर जेट्स से कुछ पीछे मानी जाती है, लेकिन चीन इसे लगातार बेहतर बना रहा है.
Rafale M – फ्रांस की समंदर पर ताक़त
Rafale M फ्रांसीसी नौसेना का एक बेहद उन्नत और भरोसेमंद फाइटर जेट है. इसकी अधिकतम गति Mach 1.8 है और यह हर प्रकार के मिशन जैसे एयर-टू-एयर कॉम्बैट, ग्राउंड अटैक और एंटी-शिप ऑपरेशन में दक्ष है. इसमें Meteor और SCALP-EG जैसे आधुनिक हथियार लगे होते हैं. भारत ने भी अपने विमानवाहक पोत के लिए Rafale M को चुना है, जिससे यह भारत के लिए भी रणनीतिक रूप से बेहद अहम बन गया है.
F/A-18 Super Hornet – अमेरिकी नेवी का भरोसा
F/A-18E/F Super Hornet अमेरिका की नौसेना के सबसे जरूरी लड़ाकू विमानों में से एक है. यह सिर्फ फाइटर नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग जैसे कामों के लिए भी उपयोग में लाया जाता है. इसकी डिजाइन इसे हर मौसम और हालात में परफॉर्म करने लायक बनाती है. भारत भी इस विमान को अपने भविष्य के कैरियर ऑपरेशंस में शामिल करने पर विचार कर चुका है.
F-35B Lightning II – हवा में अदृश्य ताकत
F-35B Lightning II को उसकी स्टेल्थ तकनीक के लिए जाना जाता है. यह दुनिया का एकमात्र फाइटर जेट है जो कैरियर-बेस्ड होने के साथ-साथ वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) भी कर सकता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह दुश्मन के रडार से बच कर हमला कर सकता है. अमेरिका के अलावा ब्रिटेन और जापान भी इसे अपनी नौसेना में उपयोग कर रहे हैं.
Shenyang J-35 – चीन का अगली पीढ़ी का हथियार
J-35 चीन का अगला स्टेप है नेवी के फाइटर डेवलपमेंट में. इसे खासतौर पर नए जेनरेशन एयरक्राफ्ट कैरियर्स के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह ट्विन इंजन, इंटरनल वेपन बे और स्टेल्थ तकनीक से लैस है. इसे अक्सर F-35 का चीनी जवाब भी कहा जाता है. अभी इसका परीक्षण जारी है, लेकिन भविष्य में यह PLA नेवी की बड़ी ताकत बन सकता है.
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