जेलेंस्की के साथ हुआ बड़ा धोखा! यूक्रेन के गद्दार ने रूस को बता दी फाइटर जेट की लोकेशन; राष्ट्रपति का था खास!

    रूस के साथ युद्ध में उलझे यूक्रेन को अब अपने ही भीतर से धोखे का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक ओर यूक्रेनी फौज मैदान में बहादुरी से लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ देश के भीतर गद्दार तत्वों की मौजूदगी अब चिंता का कारण बनती जा रही है.

    Ukraine arrests air force officer trying to spy western supplied fighter jet
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    रूस के साथ युद्ध में उलझे यूक्रेन को अब अपने ही भीतर से धोखे का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक ओर यूक्रेनी फौज मैदान में बहादुरी से लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ देश के भीतर गद्दार तत्वों की मौजूदगी अब चिंता का कारण बनती जा रही है. यूक्रेन की घरेलू सुरक्षा एजेंसी SBU (सुरक्षा सेवा) ने एक वायुसेना अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि वह रूस के लिए जासूसी कर रहा था.

    इस अधिकारी की पोस्टिंग यूक्रेन की एयरफोर्स के एक फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर में मेजर के पद पर थी. आरोप है कि वह रूस को न सिर्फ लड़ाकू विमानों की लोकेशन और उनकी गतिविधियों की जानकारी दे रहा था, बल्कि उसने हमले की रणनीति भी साझा की, जिससे रूसी सेना को यूक्रेनी एयरबेस पर हमला करने में मदद मिली.

    खुलासा: एयरबेस की जानकारी से हुए रूसी हमले

    SBU के अनुसार, गिरफ्तार अधिकारी ने रूस के सैन्य खुफिया तंत्र को यूक्रेन में तैनात F-16, मिराज 2000 और Su-24 जैसे लड़ाकू विमानों की स्थिति और मूवमेंट से जुड़ी जानकारी पहुंचाई. इन विमानों में F-16  अमेरिकी मूल का आधुनिक फाइटर जेट, मिराज 2000 – फ्रांस निर्मित बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान, Su-24 – सोवियत संघ द्वारा बनाया गया बमवर्षक जेट, हाल के महीनों में रूसी सेना ने बार-बार उन्हीं एयरबेसों को निशाना बनाया है, जहां इन विमानों की तैनाती थी—इससे यह साफ संकेत मिलता है कि हमलों में अंदरूनी जानकारी का इस्तेमाल हुआ.

    जासूसी का नेटवर्क?

    SBU के बयान में कहा गया है कि आरोपी ने न केवल लड़ाकू विमानों के ठिकानों और उड़ान कार्यक्रमों की जानकारी साझा की, बल्कि वायुसेना की रणनीति और सैन्य कर्मियों से जुड़ा डेटा भी रूसी सैन्य एजेंसियों तक पहुँचाया. यह मामला बताता है कि रूस यूक्रेन के भीतर सूचना तंत्र को कमजोर करने की योजनाबद्ध कोशिशें कर रहा है.

    F-16 और मिराज बन रहे रूस की चुनौती

    F-16 और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों ने यूक्रेन की वायुसेना को युद्ध में मजबूती दी है. ये विमान रूस के हवाई हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने और सीमाओं की रक्षा में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. पश्चिमी देशों से मिले ये हथियार रूस के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं. शायद यही वजह है कि रूस अब जमीन से सूचनाएं निकालने की कोशिशों में जुटा है.

    पहले भी सामने आ चुकी है जासूसी

    यह पहला मौका नहीं है जब यूक्रेन में जासूसी के मामले सामने आए हों. इसी महीने, SBU ने दो चीनी नागरिकों को भी हिरासत में लिया था, जो कीव के घरेलू हथियार कार्यक्रम, खासकर नेप्च्यून एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम, से जुड़ी जानकारी इकट्ठा कर रहे थे. यह सिस्टम यूक्रेन की डिफेंस इंडस्ट्री का अहम हिस्सा है.

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