अहमदाबाद: गुजरात के वडोदरा में 13 मार्च को हुए हिट-एंड-रन मामले में फोरेंसिक रिपोर्ट से एक चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, हादसे के समय आरोपी रक्षित चौरसिया शराब नहीं, बल्कि गांजा (ड्रग्स) के नशे में था.
ड्रग्स की पुष्टि, तीन आरोपियों पर केस दर्ज
वडोदरा पुलिस की जांच में यह सामने आया कि कार में मौजूद दो अन्य व्यक्ति—प्रांशु चौहान और सुरेश भरवाड़—के ब्लड सैंपल में भी ड्रग्स पाए गए हैं. तीनों आरोपियों पर नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट 1985 और मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कैसे हुआ हादसा?
13 मार्च की रात करेलीबाग क्षेत्र में एक काले रंग की तेज़ रफ्तार फॉक्सवैगन वर्टस कार ने तीन वाहनों को टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में एक महिला की जान चली गई, जबकि सात अन्य लोग घायल हो गए. हादसे के समय कार रक्षित चौरसिया चला रहा था, जबकि उसका दोस्त प्रांशु उसके साथ था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा आरोपी सुरेश भरवाड़ अभी फरार है.
घटना से पहले का CCTV फुटेज आया सामने
17 मार्च को एक CCTV फुटेज सामने आया, जिसमें रक्षित के हाथ में एक बोतल दिखाई दी. फुटेज में यह भी देखा गया कि वह अपने दोस्त के साथ स्कूटी पर आया था. इसके बाद वह जिद करके कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा. पुलिस की जांच में यह साफ हुआ कि वह पहले ड्राइविंग सीट पर नहीं था, लेकिन बाद में उसने सीट शिफ्ट की और गाड़ी चलाने लगा.
हादसे से पहले की घटनाएं
CCTV फुटेज के अनुसार, रात करीब 10:30 बजे रक्षित और सुरेश स्कूटी पर सवार होकर सुरेश के घर पहुंचे. यहां बातचीत के बाद रक्षित हाथ में बोतल लिए ऊपर गया. 15 मिनट बाद उनका एक अन्य दोस्त प्रांशु वहां काली सेडान कार से पहुंचा.
करीब 11:15 बजे रक्षित और प्रांशु कार के पास आए. फुटेज में दिखा कि पहले प्रांशु ड्राइविंग सीट की ओर बढ़ा, लेकिन फिर रक्षित ने जिद करके सीट शिफ्ट करवाई और खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ गया. इसके कुछ ही देर बाद कार ने तीन गाड़ियों को टक्कर मार दी.
हादसे के बाद का दृश्य
एक्सीडेंट के बाद के फुटेज में दिखा कि कार के एयरबैग खुल चुके थे. इस दौरान रक्षित, प्रांशु को रोकने की कोशिश करता दिखा, लेकिन प्रांशु चिल्लाते हुए कार से बाहर निकला और गुस्से में कहा, "पागल है क्या?" इसके जवाब में रक्षित ने कहा, "एनादर राउंड!" (एक और राउंड). इसके तुरंत बाद भीड़ ने रक्षित को पकड़ लिया, जबकि प्रांशु मौके से फरार हो गया.
मेडिकल रिपोर्ट में ड्रग्स लेने की पुष्टि
DCP के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद आरोपियों के ब्लड सैंपल लिए गए. रैपिड टेस्ट से पता चला कि होलिका दहन के दिन आरोपियों ने ड्रग्स का सेवन किया था. विस्तृत मेडिकल रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है.
कार मालिक और आरोपी का बयान
घटना में इस्तेमाल फॉक्सवैगन वर्टस कार (GJ06RA6879) प्रांशु चौहान के पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है. हादसे के समय प्रांशु कार में आगे की सीट पर बैठा था.
रक्षित चौरसिया ने दावा किया, "हम होलिका दहन मनाने के बाद घर जा रहे थे. कार धीमी गति से चल रही थी, लेकिन मुझे ऑटोमैटिक कार चलानी नहीं आती. कार स्पोर्ट्स मोड में थी और अचानक दुर्घटना हो गई. एयरबैग खुलने की वजह से मैं आगे कुछ नहीं देख सका. मुझे नहीं पता कि इसके बाद क्या हुआ."
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