जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कठुआ में बॉर्डर आउटपोस्ट ‘विनय’ का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों से मुलाकात की और उनकी सेवाओं की सराहना की. शाह ने 2019 में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सहायक समादेष्टा विनय प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित की. इससे पहले 2021 में उन्होंने जम्मू सीमांत की सीमा चौकी मकवाल का दौरा किया था.
सीमाओं की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार देश की सीमाओं को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम तैनात कर रही है. इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए सुरंगों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. शाह ने जानकारी दी कि वर्तमान में 26 से अधिक तकनीकी परियोजनाओं का परीक्षण किया जा रहा है, जिनमें ड्रोन रोधी तकनीक भी शामिल है.
BSF जवानों की निष्ठा की सराहना
शाह ने सीमा पर तैनात BSF जवानों के योगदान की सराहना की और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उनके कर्तव्य पालन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सुरक्षा बलों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.
दुश्मन की हर गतिविधि पर रहेगी नजर
गृह मंत्री ने कहा, "सीमा पर दो मॉडलों वाले इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम विकसित किए गए हैं. इन्हें पूरी सीमा पर स्थापित करने के बाद सैनिकों को तुरंत सूचना मिल सकेगी और वे दुश्मन की किसी भी गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे." उन्होंने बताया कि घुसपैठ का पता लगाने और सुरंगों की पहचान करने के लिए भी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
आधुनिक तकनीक से लैस होंगे सुरक्षा बल
अमित शाह ने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर तैनात सुरक्षा बलों को नवीनतम तकनीक से पूरी तरह लैस कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभिन्न तकनीकों का परीक्षण किया जा रहा है, जिनमें ड्रोन रोधी प्रणाली, सुरंग पहचान तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी शामिल हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि अगले मार्च तक इन तकनीकों के प्रभावी परिणाम सामने आएंगे, जिससे सैनिकों को अपने कर्तव्यों का पालन करने में आसानी होगी.
BSF के लिए नई सुविधाओं का उद्घाटन
अपने दौरे के दौरान गृह मंत्री ने BSF के लिए नवनिर्मित सुविधाओं का उद्घाटन किया, जिनमें आठ महिला बैरक, हाई-मास्ट लाइट, एक जी प्लस वन टावर और एक समग्र बॉर्डर आउटपोस्ट (BOP) शामिल हैं. इनका निर्माण 47.22 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. शाह ने सीमा पर तैनात जवानों की निष्ठा और समर्पण की सराहना करते हुए कहा, "असली चुनौती का अहसास तब होता है जब कोई स्वयं सीमावर्ती इलाकों का दौरा करता है."
बीएसएफ का गौरवशाली इतिहास
अमित शाह ने कहा, "चाहे ठंड हो, बारिश हो या भीषण गर्मी, जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तब भी आप 24 घंटे और 365 दिन दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखते हैं." उन्होंने कहा कि बीएसएफ का इतिहास गौरवशाली रहा है और पूरा देश उनकी सेवा और समर्पण को सलाम करता है. गृह मंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ हुए युद्धों में BSF का योगदान भारतीय सेना के समान ही महत्वपूर्ण रहा है.
जवानों की सुविधाओं का विशेष ध्यान
गृह मंत्री ने कहा, "मोदी सरकार सुरक्षा बलों को उनके कर्तव्यों के निर्वहन में आने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए लगातार काम कर रही है और यह प्रयास जारी रहेगा." शाह ने जवानों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी सुरक्षा, सुविधाओं और कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
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