शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल: सेंसेक्स 1100 अंक चढ़कर 74300 के पार, निफ्टी में भी 400 अंकों की बढ़त

भारतीय शेयर बाजार में 8 अप्रैल को शानदार तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 1,100 अंकों (1.60%) की मजबूती के साथ 74,300 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 400 अंकों (1.70%) की बढ़त के साथ 22,550 पर कारोबार कर रहा है.

Tremendous surge in stock market Sensex rises 1100 points to cross 74300 Nifty also gains 400 points
प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- FreePik

मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में 8 अप्रैल को शानदार तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 1,100 अंकों (1.60%) की मजबूती के साथ 74,300 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 400 अंकों (1.70%) की बढ़त के साथ 22,550 पर कारोबार कर रहा है.

बाजार की मजबूती के प्रमुख कारण:

एशियाई बाजारों में तेजी: जापान का निक्केई इंडेक्स करीब 6% ऊपर है, जबकि हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स भी 2% चढ़ा है.

गिफ्टी निफ्टी का सकारात्मक रुझान: NSE के इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला गिफ्टी निफ्टी भी 1.5% ऊपर है, जो भारतीय बाजार के मजबूत शुरुआत का संकेत दे रहा है.

टेक्निकल बाउंसबैक: निफ्टी 50 और सेंसेक्स के चार्ट ओवरसोल्ड RSI स्तर दिखा रहे हैं, जिससे शॉर्ट-कवरिंग और नई खरीदारी की संभावनाएं बढ़ गई हैं.

अमेरिका का डाउ जोन्स 349 अंक (0.91%) गिरकर 37,965 पर बंद हुआ. S&P 500 इंडेक्स में 0.23% और नैस्डेक कंपोजिट में 0.09% की मामूली बढ़त रही.

एशियाई और यूरोपीय बाजारों में उतार-चढ़ाव:

  • जापान का निक्केई 7.83% गिरा.
  • कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 5.57% और चीन का शंघाई इंडेक्स 7.34% फिसला.
  • हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 13.22% की गिरावट दर्ज की गई.
  • यूरोपीय बाजारों में जर्मनी का डैक्स इंडेक्स 4.26% गिरा, जबकि UK के FTSE 100 में 4.38% और स्पेन के IBEX 35 में 5.12% की गिरावट आई.

7 अप्रैल को भारतीय बाजार में भारी गिरावट

7 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी. सेंसेक्स 2,226 अंक (2.95%) लुढ़ककर 73,137 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 742 अंक (3.24%) गिरकर 22,161 के स्तर पर बंद हुआ. इस गिरावट के चलते निवेशकों की वेल्थ करीब 15 लाख करोड़ रुपये घट गई.

बाजार में अस्थिरता की वजह क्या?

वैश्विक व्यापारिक टकराव और टैरिफ वॉर:

  • 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक व्यापार पर आक्रामक रुख अपनाते हुए कई देशों पर भारी टैरिफ लगा दिए.
  • भारत पर 26%, चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, जापान पर 24%, साउथ कोरिया पर 25%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% का टैरिफ लगाया गया.
  • इसके जवाब में चीन ने अमेरिका पर 34% का जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो 10 अप्रैल से लागू होगा.
  • ट्रंप ने कहा है कि अगर चीन इस टैरिफ को वापस नहीं लेता तो अमेरिका बुधवार से अतिरिक्त 50% टैरिफ लागू करेगा.

इससे क्या असर होगा?

  • व्यापारिक तनाव के कारण इकोनॉमिक स्लोडाउन की आशंका बढ़ गई है.
  • टैरिफ बढ़ने से सामान महंगे होंगे, जिससे उपभोक्ता खर्च घट सकता है और वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में गिरावट आ सकती है.
  • तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है, जो वैश्विक आर्थिक कमजोरी का संकेत दे सकती है.

9 अप्रैल से लागू होंगे नए व्यापारिक टैरिफ

अमेरिका में आयातित सभी वस्तुओं पर 10% का न्यूनतम टैरिफ (बेसलाइन टैरिफ) लगाया गया है, जो 5 अप्रैल से लागू हो चुका है.

इसके अलावा, रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल की रात 12 बजे से प्रभावी होंगे. ये टैरिफ उन देशों पर लगाए जाएंगे, जिन्होंने अमेरिकी आयात पर टैरिफ बढ़ाया है.

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