मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में 8 अप्रैल को शानदार तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 1,100 अंकों (1.60%) की मजबूती के साथ 74,300 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 400 अंकों (1.70%) की बढ़त के साथ 22,550 पर कारोबार कर रहा है.
बाजार की मजबूती के प्रमुख कारण:
एशियाई बाजारों में तेजी: जापान का निक्केई इंडेक्स करीब 6% ऊपर है, जबकि हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स भी 2% चढ़ा है.
गिफ्टी निफ्टी का सकारात्मक रुझान: NSE के इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला गिफ्टी निफ्टी भी 1.5% ऊपर है, जो भारतीय बाजार के मजबूत शुरुआत का संकेत दे रहा है.
टेक्निकल बाउंसबैक: निफ्टी 50 और सेंसेक्स के चार्ट ओवरसोल्ड RSI स्तर दिखा रहे हैं, जिससे शॉर्ट-कवरिंग और नई खरीदारी की संभावनाएं बढ़ गई हैं.
अमेरिका का डाउ जोन्स 349 अंक (0.91%) गिरकर 37,965 पर बंद हुआ. S&P 500 इंडेक्स में 0.23% और नैस्डेक कंपोजिट में 0.09% की मामूली बढ़त रही.
एशियाई और यूरोपीय बाजारों में उतार-चढ़ाव:
7 अप्रैल को भारतीय बाजार में भारी गिरावट
7 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी. सेंसेक्स 2,226 अंक (2.95%) लुढ़ककर 73,137 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 742 अंक (3.24%) गिरकर 22,161 के स्तर पर बंद हुआ. इस गिरावट के चलते निवेशकों की वेल्थ करीब 15 लाख करोड़ रुपये घट गई.
बाजार में अस्थिरता की वजह क्या?
वैश्विक व्यापारिक टकराव और टैरिफ वॉर:
इससे क्या असर होगा?
9 अप्रैल से लागू होंगे नए व्यापारिक टैरिफ
अमेरिका में आयातित सभी वस्तुओं पर 10% का न्यूनतम टैरिफ (बेसलाइन टैरिफ) लगाया गया है, जो 5 अप्रैल से लागू हो चुका है.
इसके अलावा, रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल की रात 12 बजे से प्रभावी होंगे. ये टैरिफ उन देशों पर लगाए जाएंगे, जिन्होंने अमेरिकी आयात पर टैरिफ बढ़ाया है.
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