Tahawwur Rana Mumbai Attack: 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शामिल और अमेरिका से प्रत्यर्पित आरोपी तहव्वुर राणा ने पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. एनआईए की हिरासत में मौजूद राणा ने माना है कि वह न सिर्फ मुंबई अटैक की साजिश में शामिल था, बल्कि उसने यह भी कबूला कि वह पाकिस्तानी सेना का सबसे विश्वसनीय एजेंट रहा है. दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद राणा से हाल ही में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की. इस दौरान उसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, और खाड़ी युद्ध के दौरान अपनी गतिविधियों को लेकर कई अहम बातें बताईं.
तहव्वुर राणा ने क्या-क्या स्वीकार किया
राणा ने खुद को पाकिस्तानी आर्मी का भरोसेमंद एजेंट बताया. उसने कहा कि वह सऊदी अरब में खाड़ी युद्ध के दौरान तैनात था. लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित ट्रेनिंग कैंपों में उसने कई बार प्रशिक्षण लिया. उसने माना कि मुंबई हमले की पूरी योजना पहले से बनाई गई थी और वह भारत में इस मिशन से पहले कई जगहों की रेकी करने आया था, जिनमें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CST) भी शामिल है. राणा ने दावा किया कि यह हमला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की सीधी निगरानी में हुआ था.
क्या है कानूनी स्थिति?
फिलहाल तहव्वुर राणा न्यायिक हिरासत में है और 9 जुलाई तक जेल में रहेगा. पिछली सुनवाई वर्चुअल मोड में सुरक्षा कारणों से की गई थी. राणा के वकील ने उसकी तबीयत को लेकर चिंता जताई थी, जिस पर अदालत ने तिहाड़ प्रशासन से स्वास्थ्य पर रिपोर्ट मांगी है. संभावना है कि उसकी अगली पेशी भी ऑनलाइन ही की जाएगी.
क्यों है तहव्वुर राणा का मामला इतना अहम?
26/11 मुंबई हमला, भारत पर हुआ सबसे भयावह आतंकी हमला था, जिसमें 160 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. तहव्वुर राणा पूर्व में अमेरिका में गिरफ्तार हो चुका है और उसे भारत ने विशेष तौर पर प्रत्यर्पित करवाया है. उसके कबूलनामे से पाकिस्तान की भूमिका एक बार फिर उजागर हो गई है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को इसका फायदा मिल सकता है.
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