जो जहां उठा सिर पर मार दी गई गोली, सिरीया में अस्पताल में बर्बरता

    सीरिया से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है. मानवाधिकार संगठन सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (SOHR) द्वारा जारी इस फुटेज में कथित तौर पर सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की सरकार के समर्थक लड़ाकों को एक अस्पताल के भीतर निहत्थे लोगों की हत्या करते हुए देखा जा सकता है.

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    Image Source: Social Media

    सीरिया से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है. मानवाधिकार संगठन सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (SOHR) द्वारा जारी इस फुटेज में कथित तौर पर सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की सरकार के समर्थक लड़ाकों को एक अस्पताल के भीतर निहत्थे लोगों की हत्या करते हुए देखा जा सकता है. यह वीडियो न केवल सीरिया की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है, बल्कि अस्पताल जैसी सुरक्षित मानी जाने वाली जगह में हुई हिंसा को लेकर वैश्विक आक्रोश भी पैदा कर रहा है.

    रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो स्वेदा नेशनल हॉस्पिटल के अंदर फिल्माया गया है. इसमें अस्पताल की यूनिफॉर्म पहने कुछ लोग बंदूक की नोक पर घुटनों के बल बैठे दिखाई देते हैं, जबकि उनके चारों ओर हथियारबंद लड़ाके खड़े हैं, जिन्हें सीरियाई रक्षा और गृह मंत्रालय से जुड़ा बताया जा रहा है. फुटेज में एक बंदी को चेहरे पर थप्पड़ मारने के बाद नजदीक से गोली मार दी जाती है. इसके बाद अचानक गोलियों की बौछार शुरू हो जाती है, जिसमें कई लोग मौके पर ढेर हो जाते हैं.

    क्या है मामला? 

    यह भयावह वारदात जुलाई में स्वेदा शहर में द्रूज़ लड़ाकों और सुन्नी बेडौइन जनजातियों के बीच छिड़ी भीषण झड़पों के दौरान की बताई जा रही है. SOHR और स्थानीय चश्मदीदों का कहना है कि सरकारी सैनिक युद्धविराम लागू कराने के लिए दमिश्क से करीब 110 किलोमीटर दूर स्थित इस इलाके में पहुंचे थे, लेकिन बाद में वे द्रूज़ मिलिशिया के खिलाफ बेडौइन गुटों के साथ मिल गए.

    अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग

    वीडियो सामने आने के बाद द्रूज़ समुदाय के आध्यात्मिक नेता शेख हिकमत अल-हिजरी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में हुई हत्याओं के लिए जिम्मेदार लोगों को अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत में पेश किया जाए और नागरिकों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को तैनात किया जाए.

    इजराइल का दुर्लभ हस्तक्षेप

    द्रूज़ समुदाय सीरिया के साथ-साथ इजराइल में भी रहता है, जहां वे एक अल्पसंख्यक हैं और उनमें से कई इजरायली सेना में भी सेवा देते हैं. इस संघर्ष में इजराइल का शामिल होना दक्षिणी सीरिया में युद्ध शुरू होने के बाद का एक दुर्लभ प्रत्यक्ष हस्तक्षेप माना जा रहा है. द्रूज़ नेताओं का कहना है कि इजराइली हमलों ने उनके समुदाय के व्यापक नरसंहार को रोकने में अहम भूमिका निभाई.

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