Weird Job Rules: सोचिए ज़रा, आप इंटरव्यू देने जाएं और पूछा जाए, "आपकी कमर कितनी इंच है?" या ऑफिस में काम के बीच झपकी न लेने पर डांट पड़ जाए! अजीब लगा न? लेकिन ये सिर्फ कल्पना नहीं, बल्कि कुछ देशों में नौकरी से जुड़े नियम-कायदे हैं जो सुनने में भले ही हास्यास्पद लगें, लेकिन वहां की सच्चाई हैं.
हम भारत में अक्सर सुनते हैं, "जॉब है तो झेलना तो पड़ेगा!" टाइम से पहले आओ, देर तक रुको, बॉस की हां में हां मिलाओ, और छुट्टी मांगो तो ऐसे देखा जाए जैसे गुनाह कर दिया हो. लेकिन दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहां के नौकरी नियम इतने अजीब हैं कि आप पढ़कर या तो हँसेंगे या सिर पकड़ लेंगे. चलिए जानते हैं दुनिया के उन मजेदार और चौंकाने वाले नौकरी नियमों के बारे में, जो आम भारतीयों के लिए पूरी तरह "शॉक ट्रीटमेंट" जैसे हैं.
1. टोपी पहनने पर कटेगी सैलरी- (न्यूजीलैंड)
अगर आप ऑफिस में मज़ेदार या फैंसी टोपी पहनना पसंद करते हैं, तो न्यूजीलैंड में संभल जाइए! यहां वर्कप्लेस ड्रेस कोड इतना सख्त है कि फनी हैट पहनने पर आपकी 10% सैलरी कट सकती है. टोपी के चक्कर में तन्ख्वाह से हाथ धोना पड़े, इससे बेहतर है बालों को खुला छोड़ दें!
2. ओवरटाइम? यहां जुर्म है!- (जर्मनी)
भारत में ओवरटाइम को मेहनत और लगन की निशानी माना जाता है, लेकिन जर्मनी में ये "कानूनी जुर्म" जैसा है. यहां काम के तय घंटों के बाद कोई भी आपसे कॉन्टैक्ट नहीं कर सकता, यहां तक कि बॉस भी नहीं. इमरजेंसी हो तब बात और है, वरना "वर्क-लाइफ बैलेंस" वहां के लोगों का धर्म है.
3. ऑफिस में झपकी लेना जरूरी- (जापान)
अब ये तो सपना लगता है! लेकिन जापान में "इनमूरी" (Inemuri) नाम की परंपरा के तहत ऑफिस में काम करते-करते नींद लेना न सिर्फ स्वीकार्य है, बल्कि इसे अच्छी कार्य संस्कृति का हिस्सा माना जाता है. वहां कहा जाता है, मेहनती वही है जो थक कर झपकी ले रहा हो!
4. कमर पतली तो नौकरी पक्की- (जापान का मेटाबो लॉ)
यहां सिर्फ योग्यता नहीं, कमर का साइज़ भी जॉब पाने में भूमिका निभाता है. जापान में ‘Metabo Law’ के तहत पुरुषों की कमर 33.5 इंच और महिलाओं की 35.4 इंच तक होनी चाहिए. इससे ज्यादा हुआ तो कंपनी कहेगी, पहले वज़न घटाओ, फिर नौकरी करो. जो नहीं मानता, उसे डाइट क्लास की सौगात मिलती है.
5. 100 से ज्यादा कर्मचारी? तो नौकरी से निकाला नहीं जा सकता- (ब्रिटेन)
ब्रिटेन में कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर कानून इतने मजबूत हैं कि अगर किसी कंपनी में 100 से ज्यादा लोग काम करते हैं, तो वहां से आपको बिना सरकार को सूचना दिए निकाला नहीं जा सकता. और निकाला भी जाए तो 1 से 3 महीने की नोटिस पीरियड की पूरी सुविधा मिलती है.
तो कुल मिलाकर...
जहां भारत में जॉब मतलब "काम के अलावा सबकुछ" करना होता है, वहीं दुनिया के कुछ देशों में नौकरी एक ऐसा अनुबंध है जहां कर्मचारियों की सेहत, मानसिक स्थिति और जीवनशैली को भी महत्व दिया जाता है, भले ही वो नियम हमें अजीब क्यों न लगें. शायद अगली बार जब आप ऑफिस में झपकी लें और बॉस डांटे, तो आप कहें, "सर, जापान में तो इसे प्रेरणा माना जाता है!"
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