भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया है. इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया, जो न केवल पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर एक निर्णायक हमला था, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ संकल्प को भी प्रदर्शित करता है. तीनों सेनाओं द्वारा संयुक्त रूप से की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया. इनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकाने शामिल थे, जिनमें कई आतंकवादी मारे गए.
इस ऑपरेशन का उद्देश्य सिर्फ बदला लेना नहीं था, बल्कि उन आतंकवादियों को सख्त संदेश देना था, जो भारत की सुरक्षा और शांति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मुरीदके, जहां लश्कर-ए-तैयबा का एक ठिकाना था, समेत कई ठिकानों को निशाना बनाया गया. इस कार्रवाई में आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया और उन्हें उनकी सजा मिल गई.
यूपी में मॉक ड्रिल की तैयारी
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद, अब भारत में युद्ध जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की तैयारी की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर देशभर के 19 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसमें युद्ध जैसे हालातों में लोगों को सावधान किया जाएगा. इस ड्रिल के दौरान लोगों को हवाई हमलों, ब्लैकआउट और बचाव कार्यों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा. यह मॉक ड्रिल इस तरह की परिस्थितियों में तैयार रहने के लिए अहम कदम है.
यूपी के 19 जिलों में मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजाए जाएंगे और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की हिदायत दी जाएगी. यह अभ्यास युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों को जागरूक करने और उन्हें आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा है.
यूपी मॉक ड्रिल के कार्यक्रम
कैटेगरी A (सभी जिलों में एक निर्धारित समय पर सायरन बजेंगे):
कैटेगरी B (यहां विभिन्न समयों पर सायरन बजेंगे):
कैटेगरी C:
मुजफ्फरनगर: समय अभी निर्धारित नहीं
यह मॉक ड्रिल उन परिस्थितियों के लिए तैयार रहने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिनसे देश को निपटना पड़ सकता है. युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों को सजग और तैयार रखना, किसी भी आपातकालीन स्थिति में मददगार साबित हो सकता है.
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