'हमें पाकिस्तान के साथ जंग में कोई दिलचस्पी नहीं', आतंकवाद पर बोले शशि थरूर- अब हम चुप नहीं बैठेंगे

    अमेरिका के 9/11 मेमोरियल पर मीडिया से बातचीत में थरूर ने कहा कि जैसे अमेरिका ने 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ अपनी ठोस नीति बनाई, वैसे ही भारत भी इस लड़ाई में पूरी तरह से खड़ा है.

    Shashi Tharoor statement on pakistan terrorism
    शशि थरूर | Photo: ANI

    नई दिल्लीः भारत में लगातार बढ़ते आतंकवादी हमलों और सीमापार से फैल रहे खतरे के खिलाफ अपनी सशक्त प्रतिक्रिया को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए, एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के कई देशों का दौरा कर रहा है. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर कर रहे हैं, जो अमेरिका सहित कई देशों के लोगों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आह्वान कर रहे हैं.

    अमेरिका के 9/11 मेमोरियल पर मीडिया से बातचीत में थरूर ने कहा कि जैसे अमेरिका ने 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ अपनी ठोस नीति बनाई, वैसे ही भारत भी इस लड़ाई में पूरी तरह से खड़ा है. उन्होंने कहा, "भारत पर हुए हालिया हमले ने साबित कर दिया है कि अब चुप बैठना संभव नहीं. हम दुनिया को ये स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ एकता और दृढ़ता ही हमारी ताकत है."

    प्रतिनिधिमंडल का अगला पड़ाव दक्षिण अमेरिकी देश

    वाणिज्य दूतावास में संवाद के दौरान थरूर ने स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान के साथ किसी तरह की जंग में नहीं उलझना चाहता. "हम विकास और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं. लेकिन दुर्भाग्य से, पाकिस्तान की कुछ ताकतें भारत के क्षेत्रीय नियंत्रण की इच्छा लिए आतंकवाद का सहारा ले रही हैं. यह भारत के लिए स्वीकार्य नहीं." उन्होंने 2015 के जनवरी में हुए एयरबेस हमले का जिक्र करते हुए बताया कि उस समय भी पाकिस्तान ने जांच में सहयोग करने से इंकार किया था, जो आतंकवाद के खिलाफ उनकी असली मंशा पर सवाल उठाता है.

    शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का अगला पड़ाव दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना, पनामा, ब्राजील और कोलंबिया होगा, जहां वे आतंकवाद के वैश्विक खतरे और भारत की चुनौतियों को विस्तार से बताएंगे. थरूर ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि विश्व समुदाय समझेगा कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में एकजुटता कितनी महत्वपूर्ण है. जिस तरह अमेरिका ने 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता दिखाई, उसी तरह भारत भी अब अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहा है."

    आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों, प्रशिक्षकों और उनके वित्तपोषकों को लेकर थरूर ने कहा, "हमें यह समझना होगा कि ये दुष्ट ताकतें कहां से संचालित होती हैं, उन्हें कौन निर्देश देता है और उन्हें किसने हथियारबंद किया है. इन सबके खिलाफ कड़े कदम उठाना जरूरी है."

    'आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी'

    संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति द्वारा पाकिस्तान में दर्ज 52 ऐसे व्यक्तियों और संगठनों का उल्लेख करते हुए थरूर ने कहा कि केवल सूचीबद्ध करना या कूटनीति करना ही पर्याप्त नहीं है. "हमें आत्मरक्षा के अपने अधिकारों का प्रयोग करना होगा और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी."

    अमेरिका में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय से थरूर ने अपील की कि वे इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाएं और स्थानीय राजनीति तथा जनमत को भारत के पक्ष में संवेदनशील बनाएं. उन्होंने कहा, "आप इस देश में प्रभावशाली हैं, आपकी आवाज़ मायने रखती है. हमें आपकी मदद चाहिए ताकि भारत की चुनौतियों को सही तरीके से समझाया जा सके."

    इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में लोक जनशक्ति पार्टी की शांभवी चौधरी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद, तेलुगू देशम पार्टी के जीएम हरीश बालयागी, बीजेपी से शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर के लता, शिवसेना के मल्लिकार्जुन देवड़ा और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं.

    ये भी पढ़ेंः यू हीं नहीं किम जोंग से खौफ में दुनिया! अब अमेरिका ने भी माना उत्तर कोरिया का दबदबा, टेंशन में ट्रंप