पाकिस्तान में आतंकी हमलों की श्रृंखला थमने का नाम नहीं ले रही है. बलूचिस्तान और सिंध – दोनों ही प्रांत एक बार फिर विस्फोटों से दहल उठे हैं. ताजा घटनाओं ने यह संकेत दिया है कि पाकिस्तान के भीतर हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, और अब न केवल सेना बल्कि आम नागरिक भी हमलों की चपेट में आ रहे हैं.
बलूचिस्तान में सेना पर तीन सिलसिलेवार धमाके
शनिवार को बलूचिस्तान के कालात ज़िले के मंगोचार डैम इलाके में तीन लगातार धमाकों ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया. रिपोर्टों के मुताबिक ये धमाके उस वक्त हुए, जब पाकिस्तानी सुरक्षाबलों का एक काफिला इलाके से गुजर रहा था. धमाकों की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दराज के इलाकों तक गूंज सुनाई दी और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई.
इस हमले में कम से कम 8 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने या घायल होने की आशंका जताई जा रही है. हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इस वारदात से यह साफ है कि पाकिस्तान की सेना, खासकर आर्मी चीफ आसिम मुनीर के नेतृत्व में, लगातार बढ़ती विद्रोही गतिविधियों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है.
सिंध में ट्रेन पर हमला, जाफर एक्सप्रेस को बनाया गया निशाना
बलूचिस्तान के बाद बुधवार को सिंध प्रांत के जैकोबाबाद में एक ट्रेन को निशाना बनाकर बड़ा बम धमाका किया गया. यह हमला जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हुआ, जो पेशावर से क्वेटा तक चलती है. ट्रेन जैसे ही जैकोबाबाद के पशु बाजार इलाके से गुजर रही थी, उसी वक्त रेलवे ट्रैक पर जोरदार विस्फोट हुआ.
धमाका इतना शक्तिशाली था कि छह बोगियां पटरी से उतर गईं और ट्रैक को करीब छह फीट तक नुकसान पहुंचा. हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन यह घटना बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी. रेल ट्रैक पर धमाके के चलते एक तीन फीट गहरा गड्ढा बन गया.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमाका ट्रेन के गुजरते ही हुआ – यानी हमलावरों का मकसद जानमाल की बड़ी हानि करना था. हालांकि, फिलहाल किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) जैसे संगठन अतीत में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.
गौरतलब है कि मार्च 2025 में इसी जाफर एक्सप्रेस पर बलूचिस्तान के बोलान इलाके में हमला हुआ था, जिसमें 21 यात्रियों और 4 पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई थी.
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