'पाकिस्तान में आतंकवाद एक खुला धंधा, इसे सेना और सरकार का...' जर्मन अखबार में एस जयशंकर ने खोली पोल

    भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर एक बार फिर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद कोई छिपी हुई गतिविधि नहीं, बल्कि एक खुला और संगठित कारोबार है, जिसे वहां की सरकार और सेना मिलकर चलाते हैं.

    S Jaishankar exposed Pakistan in German newspaper
    एस जयशंकर/Photo- ANI

    बर्लिन: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर एक बार फिर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद कोई छिपी हुई गतिविधि नहीं, बल्कि एक खुला और संगठित कारोबार है, जिसे वहां की सरकार और सेना मिलकर चलाते हैं. जर्मनी के प्रतिष्ठित अखबार Frakfurter Allgemeine Zeitung को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने आतंकवाद, परमाणु युद्ध की अटकलों और भारत की सैन्य कार्रवाई पर बेबाक बातें रखीं.

    आतंकवाद, पाकिस्तान की सरकारी नीति

    जयशंकर ने कहा कि भारत की कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पाकिस्तान को यह बताने के लिए थी कि कश्मीर में आतंकी हमलों की कीमत चुकानी पड़ेगी.

    UNSC की टेररिस्ट लिस्ट में पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और उनके ठिकानों की भरमार है. भारत ने उन्हीं आतंकी अड्डों को निशाना बनाया, जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर स्थित मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा का मुरिदके में मौजूद बेस.

    उन्होंने कहा, "पाकिस्तान में आतंकवाद एक खुलेआम चलने वाला कारोबार बन गया है, जिसे वहां की सरकार, सेना और आईएसआई मिलकर संगठित करती है."

    परमाणु युद्ध की थ्योरी फेल!

    हालिया सैन्य संघर्ष के दौरान कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया और राजनीतिक विश्लेषकों ने भारत-पाक के बीच परमाणु युद्ध की आशंका जताई थी. जयशंकर ने इसे पूरी तरह खारिज करते हुए कहा, "हम कभी भी परमाणु युद्ध के मुहाने पर नहीं थे. यह सिर्फ एक भ्रम फैलाने वाली थ्योरी थी."

    उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उस दावे को भी खारिज किया जिसमें कहा गया था कि सीजफायर अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ.

    सेना के शौर्य से संघर्षविराम हुआ- जयशंकर

    जयशंकर ने साफ किया कि संघर्षविराम की पहल भारत और पाकिस्तान की सैन्य कमान के सीधे संवाद से हुई थी, किसी तीसरे पक्ष की दखल नहीं थी.

    जयशंकर ने कहा, "हमने संघर्षविराम की घोषणा तब की जब हमारी सेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस और एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया था. अगर मुझे युद्ध रोकने के लिए किसी का शुक्रिया अदा करना है, तो वो हमारी सेना है, न कि कोई बाहरी ताकत."

    चीन की छाया: जयशंकर की टिप्पणी

    चीन की भूमिका पर पूछे गए सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, "पाकिस्तान के पास जो हथियार हैं, उनमें से ज्यादातर चीन निर्मित हैं. दोनों देशों की निकटता जगजाहिर है, और ये साझेदारी क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बनती जा रही है."

    ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाब

    22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत PoK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की थी. इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए, और चार दिन तक दोनों देशों में टकराव चला.

    अमेरिका ने 10 मई को सोशल मीडिया पर सीजफायर की जानकारी साझा की, लेकिन भारत ने साफ किया कि यह भारतीय सेना के फैसलों का परिणाम था.

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