यूक्रेन के 550 जगहों पर रूस का अब तक का सबसे भीषण हवाई हमला, राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले – 'यह निर्दयी वार था'

    यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को जानकारी दी कि रूस ने देशभर में एक ऐसा हवाई हमला किया है, जिसे अब तक का सबसे बड़ा कहा जा सकता है.

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    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    पूर्वी यूरोप में जारी संघर्ष एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को जानकारी दी कि रूस ने देशभर में एक ऐसा हवाई हमला किया है, जिसे अब तक का सबसे बड़ा कहा जा सकता है. इस हमले में 550 से अधिक हवाई हमले किए गए, जिनमें सैकड़ों ड्रोन्स और बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं. राजधानी कीव सबसे बड़ा निशाना बनी.

    कीव समेत कई शहर बने हमले के केंद्र

    राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर साझा किए गए अपने बयान में इस हमले को "निर्दयी और पूर्वनियोजित" करार दिया. उन्होंने बताया कि कीव के साथ-साथ ड्नीप्रो, खारकीव, सुमी और चेर्निहाइव क्षेत्रों पर भी मिसाइल और ड्रोन हमले किए गए. कई इलाकों में मलबा गिरने से आम नागरिकों को नुकसान हुआ है. फिलहाल, कम से कम 23 लोगों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है.

    यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने दिखाई मजबूती

    इस भीषण हमले का जवाब यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने भी दृढ़ता से दिया. जेलेंस्की के अनुसार, यूक्रेनी सेनाओं ने 270 हवाई लक्ष्यों को मार गिराया, जिनमें से 208 ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर तकनीक से निष्क्रिय किए गए. इसके अलावा, इंटरसेप्टर ड्रोन ने भी दर्जनों अन्य ड्रोन को आसमान में ही गिरा दिया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन अपनी हवाई सुरक्षा क्षमताओं को लगातार मजबूत कर रहा है और सहयोगी देशों से इस दिशा में और सहायता की जरूरत है.

    अमेरिका और सहयोगियों से अपील

    जेलेंस्की ने खासतौर पर अमेरिका का उल्लेख करते हुए कहा कि बैलिस्टिक मिसाइलों से सुरक्षा के लिए यूक्रेन को अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली की सख्त आवश्यकता है. उन्होंने यह भी दोहराया कि यदि रूस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव नहीं बनाया गया, तो वह अपने आक्रामक रुख से पीछे नहीं हटेगा.

    ट्रंप-पुतिन बातचीत पर उठे सवाल

    राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यह भी इंगित किया कि जैसे ही यूक्रेनी शहरों में हमलों की शुरुआत हुई, उसी समय अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत की खबरें सामने आईं. उन्होंने इस संयोग को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह संकेत है कि रूस किसी भी मौके का फायदा उठाने से नहीं चूकेगा.

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