Hi-Tech सिक्योरिटी, स्मार्ट देश, फिर भी स्मार्टफोन से दूर रहते पुतिन, क्यों सिर्फ लैंडलाइन का करते हैं इस्तेमाल?

    Putin Visiting India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं और उनका यह दो दिवसीय दौरा रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात, स्टेट बैंक्वेट में शामिल होना और भारत–रूस की विशेष रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा इन सबके बीच एक और बात दुनिया में चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है.

    Russia Putin Visit India know why he only use landline not smartphone
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    Putin Visiting India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं और उनका यह दो दिवसीय दौरा रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात, स्टेट बैंक्वेट में शामिल होना और भारत–रूस की विशेष रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा इन सबके बीच एक और बात दुनिया में चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है. वह है पुतिन की अभेद्य सुरक्षा और उनके निजी जीवन से जुड़ा वह सवाल, जिसे लेकर हर कोई उत्सुक रहता है. क्या पुतिन स्मार्टफोन यूज़ करते हैं?

    जहां दुनिया के लगभग सभी विश्व नेता हाई–टेक गैजेट्स के साथ चलते हैं, वहीं पुतिन की छवि एक ऐसे नेता की है जो तकनीक के मामले में बेहद सतर्क और सीमित पसंद रखते हैं. यही वजह है कि उनकी सुरक्षा और कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल अक्सर वैश्विक बहस का हिस्सा बन जाते हैं.

    पुतिन के पास स्मार्टफोन क्यों नहीं?

    रूस के राष्ट्रपति के बारे में सबसे आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि उनके पास कोई स्मार्टफोन नहीं है. एएफपी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि पुतिन मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते. 2018 की एक वैज्ञानिक बैठक में जब कूर्चातोव इंस्टीट्यूट के प्रमुख मिखाइल कोवलचुक ने कहा—“आज हर किसी के पास स्मार्टफोन है” तो पुतिन ने मुस्कुराते हुए कहा, “मेरे पास नहीं है.” क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव भी इसकी आधिकारिक पुष्टि कर चुके हैं. उनके अनुसार, देश के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति के लिए स्मार्टफोन रखना सुरक्षा के लिहाज़ से गंभीर खतरा हो सकता है. हैकिंग, निगरानी और डेटा लीक जैसे जोखिम इतने बड़े हैं कि इनसे बचना जरूरी है.

    क्रेमलिन में स्मार्टफोन पूरी तरह बैन

    पुतिन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि क्रेमलिन में मोबाइल फोन रखना ही प्रतिबंधित है. इस वजह से वे न केवल स्मार्टफोन नहीं रखते, बल्कि जरूरत पड़ने पर केवल सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड सरकारी लाइन पर ही बात करते हैं.यानी, चाहे बैठक हो, अंतरराष्ट्रीय कॉल हो या किसी जरूरी फैसले पर चर्चा पुतिन हमेशा सुरक्षित लैंडलाइन का ही इस्तेमाल करते हैं.

    पुतिन इंटरनेट से भी दूर क्यों रहते हैं?

    तकनीक के मामले में पुतिन की सोच किसी आम आधुनिक नेता जैसी बिल्कुल नहीं है. वे कई बार कह चुके हैं कि उन्हें इंटरनेट में खास दिलचस्पी नहीं है. 2017 में बच्चों के साथ एक कार्यक्रम में उन्होंने स्वीकार किया था.

    मैं इंटरनेट बहुत कम इस्तेमाल करता हूं.

    इतना ही नहीं, पुतिन ने इंटरनेट को “CIA का प्रोजेक्ट” बताते हुए इसे कई बार आलोचना का विषय बनाया है. वे इसे ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में देखते हैं, जहां खतरनाक और असंयमित कंटेंट मौजूद है. शायद यही कारण है कि वे इंटरनेट और उससे जुड़े उपकरणों से दूरी बनाए रखते हैं.

    दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षित नेता

    पुतिन की सुरक्षा पहले से ही दुनिया के सबसे उन्नत स्तरों में गिनी जाती है. उनके काफिले में शामिल ओरस सेनात कार, एंटी–स्नाइपर यूनिट, इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग सिस्टम, डमी प्रोटेक्शन यूनिट और प्रशिक्षित स्पेशल फोर्स—यह सब उनके सुरक्षा तंत्र को बाकी नेताओं से अलग और अधिक मजबूत बनाता है. मोबाइल फोन और इंटरनेट से दूरी भी उनकी इसी सुरक्षा दर्शन का एक हिस्सा है—जहां तकनीक को सुविधा नहीं, बल्कि संभावित खतरे के रूप में देखा जाता है.

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