'कुछ लोग सोचते हैं कि सबके बॉस तो हम हैं, फिर भारत...' ट्रंप के टैरिफ वॉर पर राजनाथ सिंह का प्रहार

    भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान देश की रक्षा नीति, आर्थिक प्रगति, रक्षा निर्यात और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत दृष्टिकोण पर विस्तार से बात की.

    Rajnath Singh attack on Trump tariff war
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ ANI

    रायसेन (मध्य प्रदेश): भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान देश की रक्षा नीति, आर्थिक प्रगति, रक्षा निर्यात और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत दृष्टिकोण पर विस्तार से बात की. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रेल कोच फैक्ट्री ‘ब्रह्मा’ की आधारशिला रखना था, लेकिन इस अवसर को रक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भारत की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए भी इस्तेमाल किया.

    रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में वैश्विक व्यापार समीकरणों पर भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘टैरिफ वॉर’ नीति का बिना नाम लिए ज़िक्र करते हुए कहा कि कुछ वैश्विक शक्तियां भारत की तेज़ आर्थिक प्रगति से असहज हैं.

    किसी भी विदेशी दबाव का जवाब देने में सक्षम

    राजनाथ सिंह ने कहा, "कुछ ताकतें यह स्वीकार नहीं कर पा रही हैं कि भारत अब वैश्विक मंच पर तेज़ी से उभरती शक्ति बन चुका है. वे यह मानती हैं कि केवल वे ही वैश्विक नेतृत्व के अधिकारी हैं. लेकिन भारत की क्षमताएं, आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ते कदम, और नीतिगत मजबूती अब किसी भी विदेशी दबाव को झेलने और उसे संतुलित रूप से जवाब देने में सक्षम हैं."

    उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत में बने उत्पादों की वैश्विक मांग को रोकने के प्रयास हो सकते हैं, लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था अब उस मुकाम पर है जहाँ बाहरी अवरोध भारत की तरक्की की राह को नहीं रोक सकते.

    भारत का रक्षा उत्पादन और निर्यात

    राजनाथ सिंह ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत हो रहे रक्षा उत्पादन और निर्यात को भारत की एक बड़ी उपलब्धि बताया. उन्होंने आंकड़ों के हवाले से बताया कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में ₹24,000 करोड़ से अधिक मूल्य के रक्षा उपकरणों का निर्यात किया है, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.

    उनके अनुसार, यह उपलब्धि भारत की तकनीकी प्रगति और नीति निर्माण की दिशा में सटीक दृष्टिकोण का परिणाम है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अब भारत न केवल अपनी सेनाओं की ज़रूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय रक्षा बाजार में भी एक भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता के रूप में उभर रहा है.

    आतंकवाद के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर'

    रक्षा मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का उल्लेख करते हुए भारत की आतंकवाद के प्रति सख्त नीति की जानकारी दी. यह कार्रवाई उस समय की गई थी जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी.

    उन्होंने कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी आतंकी हमले का जवाब अब सिर्फ निंदा से नहीं, बल्कि ठोस और निर्णायक कार्रवाई से दिया जाएगा. राजनाथ सिंह ने कहा, "आतंकवादियों ने धर्म देखकर लोगों को मारा. भारत ने उनका धर्म नहीं पूछा, उनके कर्म के अनुसार उन्हें जवाब दिया."

    उन्होंने इस नीति को न्याय आधारित कार्रवाई बताया, जिसमें निर्दोषों को क्षति न पहुंचे, लेकिन आतंकवाद के पोषकों को सख्त संदेश दिया जाए.

    भारतीय संस्कृति और नीति में संतुलन का दृष्टांत

    राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में भारतीय संस्कृति और रामायण का भी ज़िक्र किया. उन्होंने भगवान हनुमान के उदाहरण के माध्यम से बताया कि भारत की नीति हमेशा न्याय और विवेक पर आधारित रही है.

    उन्होंने कहा, "रामायण में भी हनुमान जी ने केवल उन लोगों को दंडित किया जिन्होंने अधर्म किया. भारत की नीति भी यही है हम बिना उकसावे के हमला नहीं करते, लेकिन उकसावे का जवाब देना भी जानते हैं."

    उन्होंने इस सांस्कृतिक उदाहरण के माध्यम से यह रेखांकित किया कि भारत का दृष्टिकोण आक्रामक नहीं, बल्कि न्यायसंगत और उत्तरदायी है.

    मध्य प्रदेश के विकास की नई दिशा: ब्रह्मा रेल कोच फैक्ट्री

    रायसेन में आयोजित कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य रेल कोच निर्माण संयंत्र ब्रह्मा फैक्ट्री की आधारशिला रखना था. इस परियोजना को मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

    राजनाथ सिंह ने कहा कि आने वाले वर्षों में यह संयंत्र न केवल स्थानीय रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा, बल्कि राज्य को ‘मॉडर्न प्रदेश’ के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा.

    उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर मध्य भारत को उद्योग, बुनियादी ढांचे और तकनीकी निवेश का नया केंद्र बनाने पर काम कर रही हैं.

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